मुंबई:
फिल्म 'राउडी राठौर' रिलीज हो गई। अक्षय कुमार इसमें शिवा नाम के चोर बने हैं जो पारो यानी सोनाक्षी सिन्हा के प्यार में पड़ जाते हैं लेकिन एक दिन कहानी में आता है टि्वस्ट.... जब गुंडों की बड़ी फौज शिवा को खत्म करने पर तुल जाती है। एक गुमशुदा बच्ची शिवा को ’पापा’ कहकर पुकारने लगती है। तो क्या मामला हमशक्ल का है वैसे यह कोई बड़ा सस्पेंस नहीं है।
'वॉन्टेड' के डायरेक्टर प्रभु देवा की यह एक और एक्शन फिल्म है लेकिन जहां 'वॉन्टेड' तेज गति से भागती.... कसी हुई फिल्म थी वहीं 'राउडी राठौर' में फर्स्ट हाफ में कॉमेडी है जो टुकड़ों-टुकड़ों में हंसाती है। इसके बीच अक्षय और सोनाक्षी की रोमांटिक केमिस्ट्री में दम नहीं दिखता। दबंग के बाद बढ़े हुए वजन के साथ सोनाक्षी ने हीरोइन के लचीलेपन और नजाकत को खो दिया है।
सैकेंड हाफ से थोड़ा पहले एक्शन शुरू होता है जो एंड तक जारी रहता है। बिना शक अक्षय ने जोश दिलाने वाले कई जबर्दस्त एक्शन सीन्स किए हैं जैसे दशहरे पर राउडी पर वार करता हुआ रावण या भरी बारिश में फाइट सीन्स लेकिन एक्शन का ओवरडोज फिल्म को लम्बा और उबाऊ बना देता है।
सस्पेंस, कॉमेडी, एक्शन, अन्याय और बदले जैसे एलिमेन्ट्स में डूबी यह फिल्म कमर्शियल मसाला फिल्म है जिसमें सिंगल स्क्रीन ऑडिएंस को खींचने की कोशिश की गई है। ज्यादातर गाने और आइटम नंबर भी टपोरी छाप हैं। म्यूजिक भी सुना-सुना-सा लगता है। कुल मिलाकर यह एक एवरेज फिल्म है और इसके लिए मेरी रेटिंग है 2.5 स्टार।
'वॉन्टेड' के डायरेक्टर प्रभु देवा की यह एक और एक्शन फिल्म है लेकिन जहां 'वॉन्टेड' तेज गति से भागती.... कसी हुई फिल्म थी वहीं 'राउडी राठौर' में फर्स्ट हाफ में कॉमेडी है जो टुकड़ों-टुकड़ों में हंसाती है। इसके बीच अक्षय और सोनाक्षी की रोमांटिक केमिस्ट्री में दम नहीं दिखता। दबंग के बाद बढ़े हुए वजन के साथ सोनाक्षी ने हीरोइन के लचीलेपन और नजाकत को खो दिया है।
सैकेंड हाफ से थोड़ा पहले एक्शन शुरू होता है जो एंड तक जारी रहता है। बिना शक अक्षय ने जोश दिलाने वाले कई जबर्दस्त एक्शन सीन्स किए हैं जैसे दशहरे पर राउडी पर वार करता हुआ रावण या भरी बारिश में फाइट सीन्स लेकिन एक्शन का ओवरडोज फिल्म को लम्बा और उबाऊ बना देता है।
सस्पेंस, कॉमेडी, एक्शन, अन्याय और बदले जैसे एलिमेन्ट्स में डूबी यह फिल्म कमर्शियल मसाला फिल्म है जिसमें सिंगल स्क्रीन ऑडिएंस को खींचने की कोशिश की गई है। ज्यादातर गाने और आइटम नंबर भी टपोरी छाप हैं। म्यूजिक भी सुना-सुना-सा लगता है। कुल मिलाकर यह एक एवरेज फिल्म है और इसके लिए मेरी रेटिंग है 2.5 स्टार।
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