ऋचा चड्ढा.
नई दिल्ली:
अभिनेत्री ऋचा चड्ढा अपने बोल्ड किरदारों और दमदार अभिनय के लिए जानी जाती हैं. रियल लाइफ में भी वह अपने किरदारों की तरह ही बोल्ड हैं. उनका कहना है कि उन्हें सोशल मीडिया पर मिलने वाली गालियों से फर्क नहीं पड़ता है. ऋचा ने यह बात गोवा के पणजी में आयोजित इंडिया बीच फैशन वीक के दौरान कही. इस ईवेंट में उन्होंने डिजाइनर संगीता शर्मा के लिए रैम्प वॉक किया. ऋचा से जब समाचार एजेंसी आईएएनएस ने पूछा कि क्या उन्हें अपनी बात खुलकर रखते वक्त अपनी छवि खराब होने का डर नहीं लगता? तो उन्होंने जवाब दिया, "अगर मैं ऐसा करूंगी (अपने विचार खुलकर रखूंगी) तो क्या हो जाएगा? लोग मुझे गाली देने लगेंगे या फिर मुझे ट्विटर पर अलग-अलग नामों से बुलाएंगे. मैं इसकी अधिक परवाह नहीं करती हूं."
ऋचा ने कहा कि ऐसा वही लोग करते हैं जिनके पास कोई और काम नहीं है. उन्होंने कहा, "देखिए, अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. बहुत सारे लोगों के पास नौकरी नहीं है. इसलिए कई लोगों को दूसरों को ट्रोल करने के लिए भर्ती किया जाता है. ऐसे लोग इंटरनेट पर लोगों पर टिप्पणियां कर अपना काम चलाते हैं. अगर बेरोजगारी के कारण आपको यह काम सौंपा गया है तो इसके लिए आपको शुभकामनाएं लेकिन, यह नौकरी अधिक समय तक नहीं चलने वाली है." ऋचा ने आगे कहा, "यह साबित हो गया है कि लोगों को गालियां देने के लिए एक पूरी ट्रोल मशीनरी काम करती है. इसलिए मैं वाकई इस चीज की परवाह नहीं करती हूं. मुझे लगता है कि लोगों द्वारा दूसरों के साथ गाली-गलौच या दुर्व्यवहार करना हवा में पत्थर मारने जैसा है."
फिल्म ओए लक्की लक्की ओए से बॉलीवुड में कदम रखने वाली ऋचा ने गैंग्स ऑफ वासेपुर, फुकरे, रामलीला और सरबजीत जैसी कई फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभाकर अपनी पहचान बनाई है. ऋचा ने कहा कि उन्हें यह महसूस होता है कि उन्होंने एक अभिनेत्री के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर ली है, उनका कहना है कि वह अपने करियर के अच्छे दौर में हैं. ऋचा ने कहा, "मैं आपको बताना चाहती हूं कि यह मेरे लिए बड़ी प्रशंसा है कि मैं जब सड़क पर जाती हूं तो लोग मुझे पहचान लेते हैं. यह इसलिए नहीं है कि मैं बहुत प्रसिद्ध हूं. यह केवल मेरी छवि की वजह से है, जिसके अनुसार मैं अपने शारीरिक हाव-भाव को बदलती हूं. जिस तरह से मैंने अपने सभी किरदारों को भावनात्मकता के साथ निभाया है, वह बहुत अलग है."
ऋचा ने कहा कि ऐसा वही लोग करते हैं जिनके पास कोई और काम नहीं है. उन्होंने कहा, "देखिए, अर्थव्यवस्था की हालत खराब है. बहुत सारे लोगों के पास नौकरी नहीं है. इसलिए कई लोगों को दूसरों को ट्रोल करने के लिए भर्ती किया जाता है. ऐसे लोग इंटरनेट पर लोगों पर टिप्पणियां कर अपना काम चलाते हैं. अगर बेरोजगारी के कारण आपको यह काम सौंपा गया है तो इसके लिए आपको शुभकामनाएं लेकिन, यह नौकरी अधिक समय तक नहीं चलने वाली है." ऋचा ने आगे कहा, "यह साबित हो गया है कि लोगों को गालियां देने के लिए एक पूरी ट्रोल मशीनरी काम करती है. इसलिए मैं वाकई इस चीज की परवाह नहीं करती हूं. मुझे लगता है कि लोगों द्वारा दूसरों के साथ गाली-गलौच या दुर्व्यवहार करना हवा में पत्थर मारने जैसा है."
फिल्म ओए लक्की लक्की ओए से बॉलीवुड में कदम रखने वाली ऋचा ने गैंग्स ऑफ वासेपुर, फुकरे, रामलीला और सरबजीत जैसी कई फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभाकर अपनी पहचान बनाई है. ऋचा ने कहा कि उन्हें यह महसूस होता है कि उन्होंने एक अभिनेत्री के तौर पर अपनी पहचान स्थापित कर ली है, उनका कहना है कि वह अपने करियर के अच्छे दौर में हैं. ऋचा ने कहा, "मैं आपको बताना चाहती हूं कि यह मेरे लिए बड़ी प्रशंसा है कि मैं जब सड़क पर जाती हूं तो लोग मुझे पहचान लेते हैं. यह इसलिए नहीं है कि मैं बहुत प्रसिद्ध हूं. यह केवल मेरी छवि की वजह से है, जिसके अनुसार मैं अपने शारीरिक हाव-भाव को बदलती हूं. जिस तरह से मैंने अपने सभी किरदारों को भावनात्मकता के साथ निभाया है, वह बहुत अलग है."
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