नई दिल्ली:
कल्कि कोचलिन उन एक्ट्रेस में से हैं जो हमेशा से कई सामाजिक सरोकार से जुड़े मु्द्दों पर खुल कर बोलती रही हैं. चाहे महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं पर बात करनी हो या फिर बच्चों के साथ शारीरकि शोषण जैसे मुद्दे, कल्की हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ऐसे मुद्दों पर बोलती रही हैं. हाल ही में एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन ने नारीवाद पर बॉलीवुड में शुरू हुई चर्चा की तारीफ की है.
कल्कि का कहना है कि फिल्म उद्योग में अब समानता पर बात होने लगी है और यह काफी अच्छी बात है. वह मानती हैं कि नारीवाद पर चर्चा जारी रखना बहुत ही जरूरी है. कल्कि ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "अच्छा है कि यह (नारीवाद) चर्चा में आया. मुझे लगता है कि यह हमारा काम है और इसके सिर्फ फैशन के तौर पर नहीं बल्कि इस पर बातचीत जारी रखने की आवश्यकता है.'
बता दें कि आज यानी 10 जनवरी को कल्कि का जन्मदिन भी होता है. कल्कि 10 जनवरी, 1984 में पॉन्डिचेरी में जन्मी थीं. कल्कि के परदादा मॉरिस कोचलिन, एफिल टावर और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी बनाने वाले मुख्य इंजीनियर थे. 'देव डी', 'शैतान', 'शंघाई' और 'मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ' जैसी बेहद अलग तरह की फिल्मों का हिस्सा रही कल्कि का कहना है, 'नारीवाद निश्चित रूप से आगे आ रहा है क्योंकि कार्यबल महिलाओं के साथ है.'
उन्होंने कहा, "यह नई चीज है. इसके चारों और बहुत से सवाल हैं.' बता दें कि कल्कि इससे पहले बच्चों के साथ होने वाली शारीरिक हिंसा पर भी बात कर चुकी हैं और ऐसे ही एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने साथ बचपन में हुए शारीरिक शोषण का भी खुलासा किया था.
कल्कि ने इससे पहले एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा कि मेरा इस इवेंट में अपने साथ हुई घटना के बारे में बताने का एक कारण था कि लोग यह समझें कि यह सिर्फ उनके साथ नहीं होता, इससे कई लोग जूझ रहे हैं. जरूरी नहीं है कि आप हमेशा सब के सामने या पब्लिकली अपने साथ होने वाली घटनाओं को बताएं बल्कि जरूरी है कि हम चुप्पी तोड़े और इसका विरोध करें.
बता दें कि कल्कि जल्द ही बड़े पर्दे पर 'कैंडीफ्लिप', 'जिया और जिया' और 'ए डेथ इन द गंज' जैसी फिल्मों में दिखाई देंगी.
(इनपुट एजेंसी से भी)
कल्कि का कहना है कि फिल्म उद्योग में अब समानता पर बात होने लगी है और यह काफी अच्छी बात है. वह मानती हैं कि नारीवाद पर चर्चा जारी रखना बहुत ही जरूरी है. कल्कि ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, "अच्छा है कि यह (नारीवाद) चर्चा में आया. मुझे लगता है कि यह हमारा काम है और इसके सिर्फ फैशन के तौर पर नहीं बल्कि इस पर बातचीत जारी रखने की आवश्यकता है.'
बता दें कि आज यानी 10 जनवरी को कल्कि का जन्मदिन भी होता है. कल्कि 10 जनवरी, 1984 में पॉन्डिचेरी में जन्मी थीं. कल्कि के परदादा मॉरिस कोचलिन, एफिल टावर और स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी बनाने वाले मुख्य इंजीनियर थे. 'देव डी', 'शैतान', 'शंघाई' और 'मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ' जैसी बेहद अलग तरह की फिल्मों का हिस्सा रही कल्कि का कहना है, 'नारीवाद निश्चित रूप से आगे आ रहा है क्योंकि कार्यबल महिलाओं के साथ है.'
You'll always be my maa kali https://t.co/gYBUTVCuiF
— Kalki Koechlin (@kalkikanmani) January 10, 2017
उन्होंने कहा, "यह नई चीज है. इसके चारों और बहुत से सवाल हैं.' बता दें कि कल्कि इससे पहले बच्चों के साथ होने वाली शारीरिक हिंसा पर भी बात कर चुकी हैं और ऐसे ही एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने साथ बचपन में हुए शारीरिक शोषण का भी खुलासा किया था.
कल्कि ने इससे पहले एनडीटीवी से बातचीत के दौरान कहा कि मेरा इस इवेंट में अपने साथ हुई घटना के बारे में बताने का एक कारण था कि लोग यह समझें कि यह सिर्फ उनके साथ नहीं होता, इससे कई लोग जूझ रहे हैं. जरूरी नहीं है कि आप हमेशा सब के सामने या पब्लिकली अपने साथ होने वाली घटनाओं को बताएं बल्कि जरूरी है कि हम चुप्पी तोड़े और इसका विरोध करें.
बता दें कि कल्कि जल्द ही बड़े पर्दे पर 'कैंडीफ्लिप', 'जिया और जिया' और 'ए डेथ इन द गंज' जैसी फिल्मों में दिखाई देंगी.
(इनपुट एजेंसी से भी)
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