सोनम कपूर (फाइल फोटो)
मुंबई:
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर का कहना है कि मौजूदा दौर में लोगों में दयाभाव कम होता जा रहा है और उन्होंने एयरहोस्टेस नीरजा भनोट के जीवन से सीखा कि दयाभाव क्या होती है. उल्लेखनीय है कि सोनम ने इसी वर्ष नीरजा भनोट के जीवन पर आई फिल्म 'नीरजा' में उनके जीवन को अभिनीत किया.
नीरजा ने सितंबर, 1986 में आतंकवादियों द्वारा अपहृत हवाई जहाज में सवार यात्रियों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा दी थी. मदर टेरेसा अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड-2016 समारोह में रविवार को नीरजा भनोट की जगह अवार्ड ग्रहण करने के बाद सोनम ने कहा, 'यह फिल्म मेरे जीवन में बड़े बदलाव का वाहक बनी. सिर्फ यह फिल्म ही नहीं बल्कि नीरजा खुद अब मेरे जीवन का हिस्सा बन चुकी हैं. आज के दौर में दया भाव बहुत कम हो चुका है, और नीरजा के जीवन से मुझे यह दयाभाव सीखने को मिला.'
सोनम ने कहा, 'सभी के जीवन में सहानुभूति, दयालुता और समझदारी का बहुत अहम स्थान है. मौजूदा दौर में खासकर, जब चारो ओर ईर्ष्या और नफरत का माहौल है..एक 22 वर्ष की लड़की द्वारा दिखाया गया धैर्य, दयालुता और प्रेम हम सभी के लिए अनुसरणीय है.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नीरजा ने सितंबर, 1986 में आतंकवादियों द्वारा अपहृत हवाई जहाज में सवार यात्रियों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा दी थी. मदर टेरेसा अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड-2016 समारोह में रविवार को नीरजा भनोट की जगह अवार्ड ग्रहण करने के बाद सोनम ने कहा, 'यह फिल्म मेरे जीवन में बड़े बदलाव का वाहक बनी. सिर्फ यह फिल्म ही नहीं बल्कि नीरजा खुद अब मेरे जीवन का हिस्सा बन चुकी हैं. आज के दौर में दया भाव बहुत कम हो चुका है, और नीरजा के जीवन से मुझे यह दयाभाव सीखने को मिला.'
सोनम ने कहा, 'सभी के जीवन में सहानुभूति, दयालुता और समझदारी का बहुत अहम स्थान है. मौजूदा दौर में खासकर, जब चारो ओर ईर्ष्या और नफरत का माहौल है..एक 22 वर्ष की लड़की द्वारा दिखाया गया धैर्य, दयालुता और प्रेम हम सभी के लिए अनुसरणीय है.'
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