यह ख़बर 19 दिसंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

फिल्म रिव्यू : अच्छा मनोरंजन, बड़ा संदेश देती है 'पीके'

मुंबई:

निर्देशक राजकुमार हिरानी और अभिनेता आमिर खान की जिस फिल्म 'पीके' का सभी को लंबे वक्त से इंतज़ार था, वह आखिरकार रिलीज़ हो गई है। फिल्म में आमिर के अलावा अनुष्का शर्मा, सुशांत सिंह राजपूत, बोमन ईरानी, सौरभ शुक्ला, परीक्षित साहनी और संजय दत्त भी अहम भूमिकाओं में हैं।

करीब पांच साल के लंबे अंतराल के बाद राजकुमार हिरानी की कोई फिल्म रिलीज़ हुई है, और राजू अब तक जिस तरह की बेहतरीन फिल्में दर्शकों को पेश कर चुके हैं, उनके कारण उनसे एक शानदार फिल्म की उम्मीदें भी काफी थीं। ऐसी ही आस बॉलीवुड के 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' आमिर खान से भी थी।

फिल्म में जग्गा, यानि अनुष्का शर्मा हिन्दुस्तान से बाहर टेलीविजन की पढ़ाई करती हैं और उन्हें एक पाकिस्तानी लड़के, यानि सुशांत सिंह राजपूत से प्यार हो जाता है। जग्गा का परिवार एक धर्मगुरु में विश्वास रखता है और इस रिश्ते के खिलाफ है। ऐसे में जग्गा की मदद करता है एक अनजान दोस्त, यानि आमिर खान, जिसे अपनी एक खास चीज़ की तलाश है। आगे क्या होता है, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

अब बात करेंगे फिल्म की खामियों और खूबियों की... अगर आपने 'ओह माई गॉड' देखी है तो आपको लगेगा कि इस फिल्म ने रिलीज़ होने में थोड़ी देरी कर दी। विषय के तौर पर शायद आपको 'ओह माई गॉड' का आइडिया दोहराता दिखे, पर इसमें राजू की कोई गलती नहीं। वैसे मुझे स्क्रिप्ट थोड़ी भटकती हुई नज़र आई। खबर आई थी कि 'ओह माई गॉड' रिलीज़ होने के बाद राजू ने 'पीके' की स्क्रिप्ट में बदलाव किए हैं। पता नहीं, इस बात में कितनी सच्चाई है, लेकिन फिल्म में यह कुछ हद तक नज़र आता है।

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लेकिन यह भी हकीकत है कि फिल्म की खूबियां, खामियों से कहीं ज़्यादा हैं। मसलन, देसी भाषा में राजू ने फिल्म में बहुत बड़ा संदेश दिया है और हमेशा की तरह एक ईमानदार फिल्म बनाने की कोशिश की है। आमिर का काम फिल्म में काबिल-ए-तारीफ है। अनुष्का, सुशांत का काम भी अच्छा है। अपने डायलॉग से फिल्म आपको बहुत जगह हंसाएगी। यह फिल्म आपको सोचने पर मजबूर भी करेंगी। व्यंग्य के साथ राजू ने एक ही फिल्म में हिन्दुस्तान के समाज की उलझी हुई तस्वीर आसानी से बयान कर दी है। फिल्म के गाने भी सुरीले हैं... कुल मिलाकर फिल्म आपका मनोरंजन करेगी। यह फिल्म हिन्दी मेनस्ट्रीम सिनेमा की ताकत को दर्शाती है, और एक ऐसी फिल्म है, जो अच्छे मनोरंजन के साथ-साथ अपनी बात भी कह जाती है। इसलिए इक फिल्म के लिए मेरी रेटिंग है - 3.5 स्टार...