बकरीद के मौके पर रिलीज़ हुई है 'बॉस', जिसमें मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं अक्षय कुमार, डैनी, मिथुन चक्रवर्ती, परीक्षित साहनी, शिव पंडित और अदिति राव हैदरी ने...
फिल्म की कहानी गलतफहमी के शिकार पिता की है, जो अपने अपने बेटे को घर से निकाल देता है, जिसका नाम है सूर्या, और यह किरदार निभाया है अक्षय कुमार ने, जिनका नाम बाद में रख दिया जाता है 'बॉस'... इसके बाद अक्षय कुमार, डैनी यानी 'बिग बॉस' के साथ कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के धंधे में शामिल हो जाता है...
दूसरी तरफ, बॉस के छोटे भाई का किरदार निभा रहे शिव पंडित को मुहब्बत हो जाती है एसीपी आयुष्मान, यानि रोनित रॉय, की बहन का किरदार निभा रही अदिती राव हैदरी से... और फिर इस माहौल में 'बॉस' कैसे अपने पिता, यानि मिथुन चक्रवर्ती का दिल दोबारा जीतता है, यही है 'बॉस' की कहानी...
अगर आपको 'दबंग', 'रेडी', 'बॉडीगार्ड', 'राउडी राठौड़', और 'खिलाड़ी 786' जैसी फिल्में पसंद आई थीं, तो 'बॉस' बिल्कुल आपके लिए ही है...
पहले बताते हैं, 'बॉस' की खासियत क्या है... इस फिल्म में अक्षय कुमार सुपर कॉन्फिडेंट दिखते हैं... उनकी कॉमिक टाइमिंग आपको हंसा सकती है... फिल्म में एक्शन और चेज़ सीक्वेंस काबिल−ए−तारीफ हैं... फिल्म को फिल्माया भी खूबसूरत ढंग से गया है... डैनी के एक्सप्रेशन दमदार हैं, और स्क्रीन प्रेज़ेंस अच्छी है... मिथुन चक्रवर्ती अपने किरदार में जमे हैं... 'बॉस' के गाने शायद लोगों को पहले ही काफी पसंद आ चुके हैं... और, सबसे ऊपर है रोनित रॉय की बेहतरीन परफॉरमेंस... वह पर्दे पर एक दमदार विलेन के रूप में उभरते हैं...
अब बात 'बॉस' की खामियों की... कहानी में कोई नयापन नहीं है... शिव पंडित और अदिति राव हैदरी को अक्षय कुमार का किरदार पर्दे पर ज़्यादा उभरने नहीं देता... वैसे भी शिव पंडित को एक्टिंग में थोड़ी ज़्यादा मेहनत करने की ज़रूरत है... एक खामी यह भी है कि फिल्म के गाने स्क्रीनप्ले को झटका देते हैं... ऐसी लगता है, आखिर यह पुराना फॉर्मूला क्यों अपनाया गया...
वैसे, कुल मिलाकर 'बॉस' एक मसाला फिल्म है, जो आपका टाइमपास कर सकती है... अगर निर्देशक एंथोनी डिसूज़ा ने कहानी की ओर थोड़ा और ध्यान दिया होता तो यह फिल्म 3 स्टार पा सकती थी, लेकिन अब मेरी तरफ से 'बॉस' की रेटिंग है - 2.5 स्टार...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं