बॉम्बे हाईकोर्ट ने नोएडा के आरुषि हत्याकांड पर बनी फिल्म 'रहस्य' को हरी झंडी दिखा दी है। आरुषि के माता पिता नुपुर और राजेश तलवार ने हाईकोर्ट से यह कहते हुए फिल्म पर रोक की मांग की थी कि 'रहस्य' उनकी बेटी आरुषि पर आधारित है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है, इसलिए फिल्म को रिलीज़ नहीं किया जाना चाहिए।
फिल्म के निर्देशक मनीष गुप्ता ने कोर्ट के फैसले के बाद राहत महसूस की है, और एनडीटीवी से हुई बातचीत में कहा कि वह एक साल से 'रहस्य' पर काम कर रहे हैं और अगर हाईकोर्ट से फिल्म पास नहीं होती तो उन्हें करोड़ों का नुकसान होता।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने यह कहते हुए फिल्म को पास किया है कि 'रहस्य' की कहानी आरुषि की हत्या के 'रहस्य' को बयान नहीं करती, लिहाज़ा फिल्म पर रोक नहीं लगाई जा सकती। कोर्ट में मामला जाने के बाद डिस्ट्रिब्यूटर्स ने फिल्म के प्रोमोज़ और पब्लिसिटी पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब 'रहस्य' इस शुक्रवार को रिलीज़ के लिए तैयार है।
तलवार दंपति ने कोर्ट में फिल्म को मिले सेंसर बोर्ड के सर्टिफिकेट को रद्द करने की मांग की थी। पिछले साल सितंबर फिल्म को पब्लिसिटी करने की इजाज़त तो मिल गई थी, लेकिन डिस्क्लेमर के साथ। अब 30 जनवरी को रिलीज़ हो रही 'रहस्य' में मुख्य किरदारों में नज़र आएंगे केके मेनन, आशीष विद्यार्थी और टिस्का चोपड़ा।
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