बुधवार देर रात 367 नागरिकों का पहला बैच सऊदी अरब के जेद्दाह से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा.
खार्तूम/नई दिल्ली:
अफ्रीकी देश सूडान में चल रहे गृहयुद्ध के बीच भारत 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत वहां से भारतीयों को निकाल रहा है. गुरुवार दोपहर तक भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना ने 246 भारतीयों के दूसरे बैच को रेस्क्यू किया. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से 1100 भारतीयों को अब तक निकाला जा चुका है.'
पढ़ें सूडान में ऑपरेशन कावेरी के 10 अपडेट:-
- विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने गुरुवार को 'ऑपरेशन कावेरी' पर जानकारी दी. उन्होंने कहा- 'हमारा मकसद जल्द से जल्द अपने लोगों को सुरक्षित जगह भेजकर उन्हें भारत लाना है. सूडान में हालात बेहद खराब हैं, हम हर भारतीय को वहां से बाहर निकालेंगे.'
- क्वात्रा के मुताबिक, सूडान में अभी 3500 भारतीय और 1000 भारतीय मूल के लोग फंसे हुए हैं. उन्हें वहां से निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. भारतीयों को लाने के लिए INS तरकश भी पोर्ट सूडान पहुंच चुका है.
- इससे पहले बुधवार देर रात 367 नागरिकों का पहला बैच सऊदी अरब के जेद्दाह से नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा था. एयरपोर्ट पर पहुंचे लोगों ने 'भारत माता की जय', 'इंडियन आर्मी जिंदाबाद', 'नरेंद्र मोदी जिंदाबाद' के नारे लगाए.
- सूडान से अब तक 1100 भारतीयों को समुद्री और हवाई रास्ते से सऊदी अरब लाया जा चुका है. इनमें से 367 भारतीय बुधवार रात जेद्दाह से नई दिल्ली पहुंचे. बाकी सभी जेद्दाह में हैं. इन्हें भी जल्द भारत लाया जाएगा. सूडान में 4,000 से ज्यादा भारतीय रह रहे थे.
- सूडान से पहले बैच में 278 लोगों को रेस्क्यू किया गया था. दूसरे और तीसरे बैच में 121 और 135 लोगों को निकाला गया. इसके बाद चौथे और पांचवें बैच में 136 और 297 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया. गुरुवार सुबह छठे बैच में 128 लोगों को सूडान से जेद्दाह लाया गया है.
- सूडान में 72 घंटे का सीजफायर 27 अप्रैल रात 12 बजे तक है. इस दौरान यहां से अन्य देशों को अपने नागरिकों को निकालने का समय है. हालांकि, संघर्ष विराम के बाद भी खार्तूम समेत देश के अन्य हिस्सों में झड़प की खबर है.
- सूडान में तख्तापलट के लिए सेना और पैरामिलिट्री फोर्स (RSF) के बीच 15 अप्रैल को लड़ाई शुरू हुई थी. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, लड़ाई में अब तक 459 लोगों और सैनिकों की मौत हो चुकी है. जबकि 4072 लोग घायल हुए हैं.
- हिंसाग्रस्त सूडान में फंसे भारतीयों के लिए कई राज्यों ने सहायता डेस्क स्थापित की हैं. उनके देश वापस आने पर उनकी यात्रा, ठहरने और खाने-पीने जैसी सुविधाओं की निशुल्क व्यवस्था करने का ऐलान किया है. केरल सरकार ने कहा कि सूडान से केंद्र द्वारा लाए जा रहे मलयाली लोगों को गृह राज्य लाने के लिए वह जरूरी इंतजाम करेगी.
- उत्तर प्रदेश सरकार ने सूडान में फंसे प्रदेश के लोगों के लिये दिल्ली में हेल्प डेस्क बनायी है. लखनऊ में अपर स्थानिक आयुक्त सौम्य श्रीवास्तव ने बयान जारी कर बताया कि अफ्रीकी देश सूडान में उत्पन्न संकट और हालात के मद्देनजर वहां फंसे उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए नयी दिल्ली स्थित राज्य के स्थानिक आयुक्त कार्यालय में एक हेल्प डेस्क का गठन किया गया है.
- सूडान से आने वाले लोग संबंधित अधिकारियों से 8920808414 और 9313434088 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या अपनी समस्याओं के बारे में वॉट्सऐप कर सकते हैं.