नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम अन्तरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया. सरकार ने जनवरी, 2017 में प्रगति मैदान के पुनर्विकास के आईटीपीओ के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में विश्वस्तरीय आईईसीसी स्थापित करने पर सहमति जताई थी. सरकार ने इसका नाम भारत मंडपम रखा है.
- प्रगति मैदान में अन्तरराष्ट्रीय प्रदर्शनी सह सम्मेलन केंद्र परिसर का नाम 'भारत मंडपम' रखा गया है. पीएम मोदी ने बुधवार को इसका उद्धाटन किया.
- अधिकारियों के मुताबिक, यह परिसर देश में अन्तरराष्ट्रीय बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण पर आधारित है.
- इस परियोजना को लगभग 2,700 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है. लगभग 123 एकड़ के भूभाग में तैयार यह परिसर देश के सबसे बडे बैठक, सम्मेलन और प्रदर्शनी केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है.
- आयोजनों के लिए उपलब्ध स्थान के मामले में यह परिसर विश्व के शीर्ष प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्रों में से एक है. इसमें सम्मेलन केंद्र, प्रदर्शनी हॉल और एम्फीथियेटर सहित कई अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं. इस सम्मेलन केंद्र को प्रगति मैदान परिसर के केंद्र स्थल के रूप में विकसित किया गया है.
- इस परिसर में बहुउद्देश्यीय हॉल और प्लेनरी हॉल की संयुक्त क्षमता 7,000 लोगों की है, जो ऑस्ट्रेलिया के सिडनी ओपेरा हाउस से अधिक है. इसके शानदार एम्फीथियटर में 3,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.