शिखर वार्ता के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते पीएम मोदी और ब्रिटिश समकक्ष डेविड कमरन
ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा पर लंदन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन के साथ शिखर वार्ता के बाद संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने यह बात कही।
पीएम मोदी की ब्रिटेन यात्रा से जुड़े 10 ताज़ा अपडेट :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिखर वार्ता के बाद ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने मीडिया के सामने अपने साझा बयान में कहा कि आतंक से लड़ाई पर उनका जोर रहेगा। इसके साथ ही ब्रिटिश पीएम ने कहा कि उनका देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के पक्ष में है। (पढ़ें - पीएम मोदी को लेकर क्या बोले डेविड कैमरन)
- इसके साथ ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और यूके के बीच करीब 9 अरब पाउंड का समझौता हुआ है। अपने बयान में कैमरन ने कहा नई तकनीक में सहयोग बढ़ाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका देश पर्यावरण के क्षेत्र शोध में भारत को सहयोग देंगे। (पढ़ें : भारत और ब्रिटेन के बीच हुए क्या-क्या समझौते)
- वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लोगों के बीच रिश्ता बहुत पुराना है। हमारा लक्ष्य समान है, हमारी भागीदारी जीवंत है और हमारे संबंध लगातार बढ़ा रहे हैं। पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि रक्षा क्षेत्र में ब्रिटेन के साथ संबंध बेहद महत्वपूर्ण है। आज हमने असैन्य परमाणु समझौता किया, यह हमारे आपसी भरोसे की निशानी है। (पढ़ें - किन सवालों ने पीएम मोदी को ला दिया बैकफुट पर)
- इसके साथ ही भारत में 'असहिष्णुता' को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा, 'भारत बुद्ध और महात्मा गांधी की धरती है। भारतीय मूल्य के खिलाफ हमें कुछ भी मंजूर नहीं। हम प्रत्येक नागरिक की स्वतंत्रता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।' (पढ़ें - असहिष्णुता के सवाल पर पीएम मोदी का पूरा जवाब )
- शिखर वार्ता के बाद गुरुवार शाम प्रधानमंत्री मोदी ने लंदन स्थित पार्लियामेंट स्क्वायर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया। (पढ़ें - ब्रिटिश संसद में पीएम मोदी की कही दस गुदगुदाती बातें)
- ब्रिटेन की संसद में पीएम मोदी ने कहा, हमारे बीच अपनेपन की एक सहजता है। भारत ब्रिटेन में यूरोप के दूसरे देशों के मुकाबले कहीं ज्यादा निवेश करता है, क्योंकि उन्हें यहां का माहौल जाना-पहचाना और खुशनुमा लगता है। हम सहयोग के और अधिक दरवाजे खोलेंगे।
- ब्रिटिश संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने खराब आतंकवादियों और अच्छे आतंकवादियों को लेकर दुनिया में हो रही चर्चाओं के बीच कहा, 'आतंकवादी समूहों और आतंकवाद को पनाह देने वालों के बीच कोई भेद नहीं होना चाहिए। हमें इसके खिलाफ ईमानदारी से लड़ना चाहिए।' उन्होंने कहा कि हमें ऐसा सामाजिक आंदोलन चलाने की जरूरत है, जिसमें आतंकवाद को धर्म से न जोड़ा जा सके। (पढ़ें - आतंकवाद की समस्या पर पीएम मोदी की दो टूक राय)
- संसद में संबोधन के बाद पीएम मोदी लंदन के गिल्डहॉल में व्यापार जगत की हस्तियों से मुखातिब हुए उन्हें भारत में निवेश करने का न्योता दिया। यहां उन्होंने ब्रिटिश कारोबारियों से कहा कि भारत को व्यापार करने के लिहाज से आसान जगह बनाने के लिए उनकी सरकार ने बहुत आक्रामकता के साथ काम किया है। हालिया प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नीति के बाद भारत विदेशी निवेश के लिए सबसे अधिक खुले देशों में शामिल हो गया है।
- पीएम मोदी ने कहा, हम लोगों ने साफ तौर पर यह बता दिया है कि हम पीछे की तारीख से काराधान का सहारा नहीं लेंगे और कई प्रकार से इस रुख को साबित किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि वर्ष 2016 में जीएसटी का काम पूरा हो जाएगा।
- इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ गोलमेज वार्ता के लिए लंदन वापस आएंगे जिसमें रोल्स रॉयस और वोडाफोन जैसी प्रमुख ब्रितानी कंपनियों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार की दोपहर को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के साथ लंच करेंगे। इसके बाद शाम को पीएम वेम्बले स्टेडियम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में 60 हज़ार से ज्यादा लोगों के जुटने का अनुमान है। (पढ़ें - भारत में 'असहिष्णुता' पर लेखकों ने कैमरन से क्या की गुजारिश)