पीएम मोदी ने नेपाल-भारत मैत्री पशुपतिनाथ धर्मशाला को समर्पित कर कहा- अपनेपन की ऐतिहासिक साझेदारी, 10 बड़ी बातें

नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली द्वारा बिम्स्टेक की अध्यक्षता श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरीसेना को सौंपे जाने के साथ ही संगठन का चौथा शिखर सम्मेलन आज समाप्त हो गया.

पीएम मोदी ने नेपाल-भारत मैत्री पशुपतिनाथ धर्मशाला को समर्पित कर कहा- अपनेपन की ऐतिहासिक साझेदारी, 10 बड़ी बातें

पीएम मोदी ने नेपाल में पशुपतिनाथ के दर्शन के बाद भारत के सहयोग से बने धर्मशाला को समर्पित किया

काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली द्वारा बिम्स्टेक की अध्यक्षता श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरीसेना को सौंपे जाने के साथ ही संगठन का चौथा शिखर सम्मेलन आज समाप्त हो गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बिम्स्टेक के अन्य सदस्य देशों के शीर्ष नेताओं ने नेपाल की राजधानी काठमांडो में आयोजित इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं की बिम्स्टेक प्रक्रिया को पुनर्जीवित करने की प्रतिबद्धता के साथ यह शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक समाप्त हो गया.'' बिम्स्टेक के मौजूदा अध्यक्ष ओली ने काठमांडो घोषणापत्र का मसौदा पेश किया जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुपतिनाथ के दर्शन किये और भारत-नेपाल के रिश्तों को रेखांकित करते हुये वहां भारत के सहयोग से बने एक धर्मशाला को समर्पित किया.

10 बड़ी बातें

  1. पशुपतिनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने दर्शन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा है कि नेपाल ही नहीं भारत में करोड़ों लोगों की इच्छा होती है कि एक बार पशुपतिनाथ के दर्शन करें. भारत-नेपाल का पुराना संबंध रहा है.  

  2. भारत और नेपाल के बीच आस्था, अस्मिता और अपनेपन की ऐतिहासिक साझेदारी है, ये हमारी अटूट शक्ति है.

  3. काठमांडू की ये पवित्र धरती हिन्दू और बौद्ध आस्था की एक प्रकार से संगम स्थली है. 

  4. आज नेपाल भारत मैत्री पशुपतिनाथ धर्मशाला को विश्वभर के यात्रिओं और शिवभक्तों के लिए समर्पित करते हुए मेरी प्रसन्नता की कोई सीमा नहीं है : पीएम मोदी

  5. भारत और नेपाल के बीच शिव भक्ति और शिव भक्तों का सम्बन्ध इतना मजबूत है कि ना तो समय का इस पर असर पड़ा और ना ही दूरी का.

  6. अटल जी के निधन के समय नेपाल दुःख की उस घड़ी में भारत के साथ खड़ा रहा.

  7.  नेपाल की लुंबिनी ने दुनिया को गौतम दिया तो भारत ने गौतम बुद्ध दिया. ये हमाारी अनमोल विरासत है. वसुधैव कुटुंम्बक की धारणा दोनों देशों को पूरी दुनिया से अलग करते हैं. 

  8. आज भारत आर्थिक विकास की नई उंचाई को छू रहा है. सबका साथ, सबका विकास को मंत्र को लेकर हम काम कर रहे हैं उसमें हमारे नेपाली भाइयों और बहनों का भी स्थान है. 

  9. बाबा पशुपतिनाथ के आशीर्वाद से दोनों देशों का रिश्ता मजबूत हो रहा है. मैं नेपाल के प्रधानमंत्री और जनता को विश्वास दिलाता हूं कि आपके जीवन को मंगलमय बनाने के लिये हमेशा साथ हूं. 

  10. बाबा पशुपतिनाथ की कृपा भारत-नेपाल पर बनी रही. यही मेरी कामना है.