देश के ज्यादा हिस्सों में गुरुवार को सूरज की तपिश जारी रही। मौसम विभाग के मुताबिक, यह बीते पांच वर्षों की सबसे गर्म अप्रैल रहा है।
ये हैं ताजा अपडेट्स
एक अधिकारिक रिपोर्ट में बताया गया है कि तेलंगाना में गर्मी के कारण अब तक 35 लोग मारे गए हैं, जबकि ओडिशा में लू लगने से 30 लोगों के मारे जाने की खबर है।
वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में, अधिकतम तापमान वर्ष के इस समय के सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा, तेलंगाना, रायलसीमा के हिस्सों, पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान, दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र, पंजाब और हरियाणा, ओडिशा और गंगा वाले पश्चिम बंगाल के क्षेत्र में लू जैसी स्थितियां रह सकती हैं।
आईएमडी ने कहा कि 12 से 21 अप्रैल के दौरान भारत के ज्यादातर भागों में रात का तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। जबकि उत्तरपश्चिम भागों (राजस्थान, गुजरात, पंजाब और जम्मू कश्मीर) में तापमान सामान्य के आस पास ही रह सकता है।
निजी मौसम अनुमान एजेंसी स्काईमेट ने बताया, 'अधिकांश स्थानों पर तापतान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। उदाहरण के लिए, ओडिशा के तिटलागढ़ का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस और आंध्र प्रदेश के नलगोंडा का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हैदराबाद का भी अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 43 वषरें में सबसे अधिक है।'
हैदराबाद, निजामाबाद, करीमनगर, रंगारेड्डी और खम्माम जिलों सहित तेलंगाना के अधिकांश स्थानों पर लू का प्रकोप अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
तेलंगाना में शदीद गर्मी से अभी तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य सरकार ने गर्म हवाओं के प्रभाव को कम करने के लिए एहतियाती उपाय करने के संबंध में सभी जिलों में अलर्ट जारी किए हैं।
राज्य के प्रधान सचिव (राजस्व) बी आर मीणा ने कहा, 'हमने ग्रामीण जल विभाग को पर्याप्त मात्रा में पानी का भंडारण करने को कहा है। अभी तक गर्मी की चपेट में आने से 35 लोगों की मौत हो चुकी है।'
एक हफ्ते पहले जारी एक विज्ञप्ति में राज्य सरकार ने कहा था कि राज्य में लू लगने से 66 जानें जा चुकी हैं। हालांकि, मीणा ने इन आंकड़ों से इनकार किया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बयान में बताया कि राज्य के अधिकांश स्थानों पर शुष्क मौसम का असर जारी रहेगा और तापतान 42 और 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा।