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दक्षिणी जर्मनी के म्यूनिख शहर के एक शॉपिंग सेंटर में शुक्रवार को हुई गोलीबारी की घटना में कम से कम 9 लोग मारे गए और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस को इसके आतंकी हमला होने का संदेह है। हमलावर ने भी बाद में खुद को गोली मार ली। न्यूज एजेंसी एएफपी से मिली जानकारी के अनुसार, प्रॉसीक्यूटर ने कहा कि संदिग्ध हमलावर 'डिप्रेशन' में था।
इस घटना से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें
म्यूनिख के मेकडॉन्ल्ड रेस्त्रां पर अंतरराष्ट्रीय समयानुसार शाम 4 बजे गोलीबारी शुरू हुई और इसके बाद हमलावर पास की सड़क पर गोली दागते हुए OEZ शॉपिंग सेंटर में घुस गया था। (सिलसिलेवार पढ़ें विस्तृत खबर, यहां क्लिक करें)
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम को शुरू हुई गोलीबारी में 9 लोगों की मौत हो गई। इस हमले में 16 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने ट्विटर के जरिए जानकारी दी कि हमें एक व्यक्ति की लाश मिली है, जिसने खुद को गोली मार ली थी। संभवत: वह इकलौता बंदूकधारी था।
जर्मन डीपीए न्यूज एजेंसी के अनुसार बंदूकधारी का शव मॉल से करीब एक किमी दूर से बरामद किया गया। शव के पास पड़े मिले उसके बैकपैक की जांच के बाद पुलिस ने कहा कि बंदूकधारी इकलौता हमलावर हो सकता है।
पुलिस का कहना है कि हमलावर ने क्यों हमला किया, यह अभी साफ नहीं है। पुलिस इस मामले को आतंकी घटना मानकर घटना की जांच कर रही है।
शुरुआत में म्यूनिख के ओलंपिया (ओईजेड) मॉल में तीन बंदूकधारियों के घुसने की खबर थी, जिसके बाद पुलिस ने जबरदस्त अभियान चलाया।
हमलावर का कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है और वह पिछले दो साल से म्यूनिख में रह रहा था। पिछले करीब एक हफ्ते में यूरोप के किसी बड़े शहर में यह तीसरा बड़ा हमला है।
इस हमले में किसी भारतीय के हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है। वहीं भारतीय उच्चायोग ने म्यूनिख हमले के मद्देनजर भारतीय नागरिकों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 0171 2885973, 01512 3595006, 0175 4000667 जारी किया।
यह शॉपिंग सेंटर म्यूनिख ओलिंपिक स्टेडियम के पास ही स्थित है, जहां 1972 के ओलिंपिक खेलों के दौरान फिलिस्तीनी चरमपंथी समूह 'ब्लैक सेप्टेंबर' ने 11 इस्राइली एथलीटों को बंधक बनाकर मार डाला था।
जर्मनी में एक हफ्ते के अंदर हुआ यह दूसरा हमला है। इससे पहले अफगानिस्तान का 17 वर्षीय एक शरणार्थी ने ट्रेन में यात्रियों पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला कर पांच लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था।