रूसी मिसाइल गिरने के बाद पोलैंड में राहत और बचाव कार्य चला.
रूसी मिसाइलों ने मंगलवार को नाटो सदस्य पोलैंड की सीमा के पास लविव सहित पूरे यूक्रेन पर हमला किया. इसी बीच पोलैंड ने दावा किया है कि उसके क्षेत्र में एक रूसी मिसाइल गिरने से दो नागरिकों की मौत हो गई है. इससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है.
- पोलैंड विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लुकाज़ जसीना ने एक बयान में कहा, "एक रूस निर्मित मिसाइल मंगलवार को 1440 GMT पर पोलैंड में गिरी. इससे प्रजेवोडो गांव में दो लोगों की मौत हो गई. पोलैंड में रूसी राजदूत को "तत्काल विस्तृत स्पष्टीकरण" देने के लिए बुलाया गया था."
- मामले पर, रूस के रक्षा मंत्रालय ने इन रिपोर्टों का खंडन किया कि रूस की मिसाइल पोलैंड क्षेत्र में गिरी है. उन्होंने इसे "स्थिति को बढ़ाने के उद्देश्य से एक जानबूझकर उकसावे" के रूप में वर्णित किया. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "यूक्रेनी-पोलिश राज्य सीमा के निकट लक्ष्यों पर कोई हमला रूसी मिसाइल के माध्यम से नहीं किया गया था."
- व्हाइट हाउस ने कहा कि वह पोलैंड से आने वाली रिपोर्टों की पुष्टि नहीं कर सकता है और अधिक जानकारी इकट्ठा करने के लिए पोलिश सरकार के साथ काम कर रहा है.
- नाटो के सदस्य नॉर्वे, लिथुआनिया और एस्टोनिया के अधिकारियों ने कहा कि वे अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. नार्वे की समाचार एजेंसी एनटीबी के मुताबिक, नार्वे के विदेश मंत्री एनीकेन ह्यूटफेल्ट ने कहा, "यह एक बहुत ही गंभीर घटना है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है."
- एक आपातकालीन राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पौलैंड ने अपनी सेना को हाई अलर्ट पर रखा है. पोलैंड विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता पियोत्र मुलर ने संवाददाताओं से कहा, "सैन्य तैयारी की स्थिति को बढ़ाने का फैसला किया गया है."
- व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने पोलिश समकक्ष आंद्रेज डूडा के साथ फोन पर बात की और पोलैंड की जांच के लिए पूर्ण अमेरिकी समर्थन और सहायता की पेशकश की.
- पोलैंड नाटो का सदस्य है. उसपर हमले का मतलब नाटो पर हमला माना जाएगा, लेकिन गठबंधन की प्रतिक्रिया इस बात से काफी प्रभावित होगी कि घटना आकस्मिक थी या जानबूझकर.
- बाइडेन ने नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग के साथ पोलैंड में हुए विस्फोट के बारे में भी बात की, जबकि नाटो के राजदूतों को बुधवार को एक आपातकालीन बैठक करनी थी.
- इस घटना की व्यापक निंदा हुई. यूरोपीय संघ के प्रमुख चार्ल्स मिशेल ने कहा कि वह "हैरान" थे और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने इंडोनेशिया में चल रहे G-20 शिखर सम्मेलन के बीच इसपर बात की.
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने पहले कहा था कि दो रूसी मिसाइलों ने पोलैंड पर हमला किया. उन्होंने इसे "एक बहुत ही उकसावे की कार्रवाई" के रूप में वर्णित किया.