कोलकाता में सीबीआई और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच चल रहे विवाद की आंच सीधे सियासी गलियारों तक पहुंचती हुई दिखाई दी. रविवार की रात को ममता बनर्जी ने कमान संभाली तो उनके निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार रही. जानकारी के मुताबिक चिटफंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे CBI अधिकारियों और पुलिस के बीच हाथापाई हो गई. पुलिस ने CBI अधिकारियों को वारंट दिखाने को कहा और उन्हें कमिश्वर आवास के अंदर जाने से रोक दिया. इसके बाद ममता बनर्जी मेट्रो चैनल के पास धरने पर बैठ गईं. धरने पर बैठी सीएम ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. बताया जा रहा है कि पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को पार्क स्ट्रीट स्थित घर से सीबीआई ने हिरासत में लिया. इसके बाद शेक्सपियर सरणी थाने ले जाया गया. विवाद को गर्माता हुआ देखकर हिरासत में लिए गए सभी 5 अधिकारियों को छोड़ दिया गया. 10 प्वाइंट में समझिए कि क्या है पूरा मामला.
10 खास बातें
- कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के यहां लंदन स्ट्रीट स्थित आधिकारिक आवास पर रविवार को उस समय हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब वहां पहुंचे सीबीआई की एक टीम को राज्य के पुलिसकर्मियों ने रोक दिया और वे इसके बाद संघीय जांच एजेंसी के अधिकारियों को जबरदस्ती पुलिस थाने भी ले गए. सीबीआई के उपाधीक्षक तथागत बर्धन की अगुआई में जांच एजेंसी के अफसरों के दल को रविवार शाम कुमार के आवास के पास देखा गया था.
- सीबीआई अधिकारियों के आने के कुछ ही मिनट बाद कोलकाता पुलिस के कुछ सीनियर अधिकारी कुमार के आवास पर पहुंच गए और वहां उन्हें सीबीआई अधिकारियों से बहस करते देखा गया. इसके कुछ समय बाद सीबीआई की एक और टीम मौके पर पहुंच गई, जबकि जांच एजेंसी के कुछ अधिकारी एक पत्र लेकर पार्क स्ट्रीट पुलिस थाने चले गए. कुमार के आवास के बाहर इंतजार कर रहे बर्धन कुछ समय बाद कहीं चले गए, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मौके से जा रहे हैं तो उन्होंने साफ-साफ कहा 'नहीं'.
- इस दौरान नगर पुलिस की एक सशक्त टीम को साल्ट लेक इलाके में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई के प्रादेशिक मुख्यालय के पास देखा गया. शाम सात बजे के आस-पास ड्रामा तब और गहरा गया जब कोलकाता पुलिस के तीन उपायुक्त और उपद्रव-रोधी विभाग के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंच गए. पुलिस अधिकारियों और सीबीआई अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद हाथापाई होने लगी, जिसके बाद स्थानीय पुलिसकर्मियों को जांच एजेंसी के अधिकारियों को तीन गाड़ियों में भरते देखा गया, और वे उन्हें लेकर शेक्सपियर पुलिस थाने चले गए.
- सीबीआई और पुलिस के आमने सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गईं. ममता के लिए आधी रात को धरने के लिए स्टेज बना दिया गया. रात ठीक 1.20 पर ममता मंच पर पहुंचीं और शॉल ओढ़कर कुर्सी पर बैठ गईं, जबकि कई नेता उनके साथ स्टेज पर नीचे बैठे हैं. सीएम ममता ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, पीएम मोदी और शाह के इशारे पर यह काम कर रहे हैं. नाराज ममता ने कहा, मुझे दुख है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल एजेंसी को निर्देश दे रहे हैं. वह उसे लागू कर रहे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं. उन्हें जनता को बताना चाहिए कि यह सही नहीं है."
- वहीं दूसरी तरफ इस मामले के बढ़ जाने के बाद कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर CRPFकी टुकड़ी पहुंच गई है और मोर्चा संभाल लिया है. बताया जा रहा है कि कार्यालय की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को बुलाया गया है. इस बीच खबर है कि सीबीआई ने इस पूरे मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की है और उनसे मिलने का समय मांगा है. सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव ने कहा कि हम अपने वरिष्ठ कानूनविदों के संपर्क में हैं और उनसे बातचीत जारी है. वे जैसा कहेंगे, उसके अनुसार आगे कदम उठाया जाएगा.
- इस मामले में सियासत भी शुरू हो गई है. आरजेडी चीफ लालू यादव, कांग्रेस नेता अहमद पटेल, अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेताओं ने ममता बनर्जी के साथ एकजुटता दिखाई है.कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बनर्जी से फोन पर बात की और उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा विपक्ष एकजुट है और यह फासीवादी ताकतों को हराएगा. राहुल ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल का घटनाक्रम भारत की संस्थाओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के निरंतर हमलों का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर ममता के साथ है. कांग्रेस ने कहा कि कोलकाता में सीबीआई की कार्रवाई स्पष्ट तौर पर शक्ति का गलत इस्तेमाल करने और संघीय राजनीति पर 'हमला' करने जैसा है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह द्वारा सार्वजनिक तौर पर दी गई 'धमकी' के 48 घंटे के भीतर आया है.
- राजद सुप्रीमो प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने बनर्जी से फोन पर बातचीत की और वह अपनी एकजुटता प्रकट करने के लिए सोमवार को कोलकाता जा सकते हैं. वहीं तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए कहा, "भाजपा के दबाव में सीबीआई द्वारा पिछले कुछ महीने में लिए गए राजनीतिक फैसलों को देखते हुए राज्य सरकारें इस तरह का कदम उठाने के लिए मजबूर है. अगर सीबीआई भाजपा की गठबंधन सहयोगी की तरह काम करना जारी रखेगी तो उसे लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है.
- कोई भी लोकतंत्र में जनता से ऊपर नहीं है.'' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को अपना समर्थन देते हुए राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने ट्वीट किया, "यह स्तब्ध कर देने वाला है कि पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार इस हद तक जा सकती है. यह संघीय ढांचे पर हमला है.''
- कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के बीच हुए टकराव को लेकर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया. सीबीआई सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट पहुंची. सीबीआई की अपील पर सीजेआई ने कहा कि वह कल इस मामले की सुनवाई करेंगे.
- रविवार को हुए इस विवाद के बाद सोमवार सुबह से कोलकाता सियासत का नया केंद्र बिंदु बन जाएगा. सुबह 9 बजे से नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो रहा है. तमाम नेताओं ने ममता बनर्जी को अपना अपना समर्थन दिया है. इसको देखते हुए कोलकाता में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.