केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए उपाय किए
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्य्मंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले कई दिनों से राजधानी में फैले हुए खतरनाक प्रदूषण पर लगाम के लिए अब एक प्लान बनाया है जिसके तहत कुछ दिशानिर्देश जारी किए गए हैं. रविवार को बुलाई गई आपात बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल ने इस बाबत निर्देश जारी किए. पिछले 17 साल में सबसे खतरनाक धुंध की वजह से घातक वायु की मोटी परत में लिपटी दिल्ली में सांस लेने में दिक्कत, दमा और एलर्जी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है.
जानें 10 खास बातें जिन्हें प्रदूषण के धुएं से निपटने के लिए लागू किया जा रहा है
- राजधानी में सोमवार से तीन दिन तक के लिए सभी स्कूल बंद रहेंगे. कल से दिल्ली की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा.
- अगले पांच दिनों के लिए दिल्ली में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. साथ ही डिमॉलिशन (ढहाने) पर भी रोक लगा दी गई है.
- अगले 10 दिनों तक दिल्ली में जेनरेटर का प्रयोग प्रतिबंधित कर दिया गया है, हालांकि हॉस्पिटल्स और इमर्जेंसी जगहों पर इनका इस्तेमाल किया जा सकता है
- केजरीवाल ने कहा कि जरूरत पड़ी तो एक बार फिर से दिल्ली में ऑड ईवन फॉर्म्युला लागू कर दिया जाएगा
- मुख्यमंत्री ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है और जितना संभव हो, घर से ही काम करने की कोशिश करें.
- पत्तों को जलाने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. एक मोबाइल ऐप्लिकेशन तैयार की जा रही है जिसके ज़रिए अधिकारियों को सूचना दी जा सकती है कि फलां इलाके में पत्तों को जलाया जा रहा है.
- बता दें कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने भी सोमवार को प्रदूषण पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है.
- बदरपुर प्लांट को अगले 10 दिन के लिए बंद कर दिया गया है. वैक्यूम क्लीनिंग दस तारीख से शुरू होगी और पीडब्लूडी की हर 100 फुट चौड़ी सड़क को हफ्ते में एक बार वैक्यूम क्लीन किया जाएगा.
- सीएम ने कहा कि कैबिनेट ने आर्टिफिशल रेन (कृत्रिम वर्षा) के विकल्प पर भी बात की है और इस पर अब केंद्र की ओर से सहयोग चाहिए होगा.
- सीएम ने यह भी कहा, ठूठ का जलाए जाना जारी रहेगा और इसलिए जल्द ही राहत की उम्मीद नहीं कर सकते.