
वैशाख महीने में राहगीरों को जल पिलाना, प्याऊ लगवाना पुण्यदायी होता है.
Vaishakh month 2025 : वैशाख का महीना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखता है. यह सबसे पवित्र और शुभ महीनों में से एक माना जाता है. इस माह में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से जीवन में सुख-शांति आती है. मान्यता है इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने से जातक के सभी पाप धुल जाते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस साल कब से इस पवित्र महीने की शुरुआत हो रही है और वैशाख माह में क्या करना चाहिए.
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कब से शुरू हो रहा है वैशाख - When is Vaishakh starting?
- पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 12 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 52 मिनट से शुरू होगी और 14 अप्रैल को सुबह 08 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा.उदयातिथि के अनुसार 13 अप्रैल से वैशाख माह की शुरुआत होगी.
- आपको बता दें कि वैशाख माह का संबंध विशाखा नक्षत्र से है इसलिए इस महीने को वैशाख के नाम से जाना जाता है. इस नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति देवता हैं. यही कारण है इस महीने में स्नान-दान, व्रत और पूजा पाठ करना अच्छा माना जाता है. मान्यता है इस महीने में दान पुण्य करने का विशेष लाभ मिलता है.
वैशाख महीने में क्या करें - What to do in the month of Vaishakh
- वैशाख महीने में राहगीरों को जल पिलाना और प्याऊ लगवाना पुण्यदायी होता है. साथ ही वैशाख महीने में पशु-पक्षियों को दाना-पानी रखना भी शुभ होता है. इस महीने में जल का दान महादान माना जाता है.
- इससे जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं और सुख-समृद्धि आती है. वैशाख महीने में फल का दान करना चाहिए.इसके अलावा जूते-चप्पल, छाते, जल से भरे मटके, शरबत आदि का भी दान करना अच्छा होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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