
Shubh muhurat : सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 05:25 बजे से शुरू होकर अगले दिन 22 मार्च को सुबह 06:23 बजे तक रहेगा.
Bhaumvati amavasya 2023 date : भौमवती अमावस्या के दिन लोग हनुमान जी और मंगल देव की पूजा अर्चना करते हैं. इस दिन लोग प्रात: काल उठकर स्नान और दान करते हैं. ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. इससे हनुमान जी का आशीर्वाद भक्तों के साथ हमेशा बना रहता है. ऐसे में साल की पहली भौमवती अमावस्या इस साल कब पड़ रही है उसके बारे में जानना बेहद जरूरी है. तो आपको बता दें कि यह चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि यानी 21 मार्च, 2023 को है.
यह भी पढ़ें
Navratri Bhog: नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को चढ़ाया जा सकता है इन 6 चीजों का भोग, माना जाता है बेहद शुभ
चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन इस तरह करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानिए मां का स्वरूप और प्रिय रंग
Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है मां चंद्रघंटा की पूजा, जानिए पूजन की विधि यहां
भौमवती अमावस्या 2023 की तिथि
- पंचांग के अनुसार भौमवती अमावस्या 21 मार्च दिन मंगलवार को 01 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ हो रही है जो 21 मार्च को ही रात 01 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी.
- आपको बता दें कि स्नान और दान करने का शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त के साथ शुरू हो जाता है. भौमवती अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04 बजकर 49 मिनट से सुबह 05 बजकर 37 मिनट तक है. आपको बता दें कि इस दिन 06 बजकर 24 मिनट पर सूर्योदय होगा.
- बता दें कि सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 05:25 बजे से शुरू होकर अगले दिन 22 मार्च को सुबह 06:23 बजे तक रहेगा. इस दिन शुभ योग प्रात:काल से लेकर दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक है.
- भौमवती अमावस्या के दिन पितरों को तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं. इससे घर में सुख शांति बनी रहती है. वहीं, हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से सारे कष्ट दूर होते हैं.
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)