
Vrat special 2025 : हिन्दू धर्म में हर माह और सप्ताह में कोई न कोई व्रत और त्योहार रहता है. भारत में व्रत को भी त्योहार की तरह मनाते हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण नवरात्रि है. पूरे 9 दिन देश मां दुर्गा की भक्ति में डूबा रहता है. आपको बता दें कि ज्यादातर व्रत महिलाएं ही करती हैं. वहीं, कुंआरी लड़कियां भी शादी के पहले उपवास रखना शुरू कर देती हैं. मान्यता है इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. लेकिन क्या हर व्रत कुंआरी लड़कियां कर सकती हैं? आज इसी के बारे में हम इस लेख में हम आपको बताएंगे.
Eid-ul-adha 2025: बकरीद की तारीख को लेकर हो रही है कंफ्यूजन, यहां जानिए सही तारीख
कौन सा व्रत कुंआरी लड़कियां कर सकती हैं
नवरात्रि - साल में 4 बार नवरात्रि आती है जिसमें शारदीय, चैत्र और 2 गुप्त नवरात्रि है. ऐसे में कुंआरी लड़कियां चैत्र और शारदीय नवरात्रि का व्रत कर सकती हैं. इससे देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
सोमवार का व्रत - यह व्रत कुंआरी लड़कियां रख सकती हैं. मान्यता है यह व्रत करने से मनचाहा व्रत प्राप्त होता है. यही कारण है काफी संख्या में अविवाहित लड़कियां इस उपवास को करती हैं.
गुरुवार का व्रत - आप गुरुवार का व्रत कर सकती हैं. यह दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है. इस दिन सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. साथ ही शादी में आ रही रुकावट दूर होती है.
शुक्रवार का व्रत -यह व्रत वैभव लक्ष्मी के लिए रखा जाता है. यह उपवास आप संकल्प के साथ रखें तभी फलदायी होता है. यह उपवास भी लड़कियों को मनचाहे वर पाने में मदद करता है.
करवाचौथ व्रत - यह व्रत भी कुंआरी लड़कियां कर सकती हैं. यह केवल विवाहित महिलाओं के लिए नहीं होता है. इस व्रत में विवाहित महिलाएं चांद देखकर व्रत खोलती हैं, वहीं, कुंआरी लड़कियां तारे देखकर व्रत खोल सकती हैं. यह उपवास करने से लड़कियों को मनचाहा वर प्राप्त होता है.
हरतालिका तीज - यह व्रत भी लड़कियां रख सकती हैं. आपको बता दें कि इसमें देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है. मान्यता है इससे कुंआरी लड़कियों को मनचाहा वर प्राप्त होता है.
शिवरात्रि व्रत - यह व्रत कुंआरी लड़कियां विशेष रूप से रखती हैं. माना जाता है यह उपवास करने से भोलेनाथ जैसा वर प्राप्त होता है. शिवरात्रि का व्रत आप कोई अन्य कामना पूरी करने के लिए भी कर सकती हैं.
जन्माष्टमी व्रत - यह दिन श्रीकृष्ण के जन्मदिवस के रूप में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन उपवास रखने का भी रिवाज है, जिसे कुंआरी लड़कियां भी रख सकती हैं. यह भी बहुत फलदायी होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)