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This Article is From Dec 28, 2015

तिरुपति मंदिर के पास करीब 5,500 टन सोना, गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में संशोधन चाहती है टीटीडी

तिरुपति मंदिर के पास करीब 5,500 टन सोना, गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में संशोधन चाहती है टीटीडी
तिरुपति: आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर के न्यास 'तिरुमाला तिरुपति देवस्थान’ (टीटीडी) ने केंद्र सरकार से मांग की है कि स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम) में कुछ बदलाव किया जाए, ताकि वह अपने विशाल स्वर्ण भंडार का निवेश कर सके। टीटीडी की निवेश समिति ने यहां शनिवार को हुई अपनी बैठक में महसूस किया कि श्रद्धालुओं की भावना का आदर करते हुए कम-से-कम चैरिटेबल और धार्मिक संस्थानों के लिए संशोधन किया जाना चाहिए।

समिति ने केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक का प्रस्ताव रखा है। उन प्रस्तावों पर जनवरी या फरवरी के प्रथम सप्ताह में होने वाले बैठक में चर्चा हो सकती है। स्वर्ण मुद्रीकरण योजना के तहत लघु अवधि जमा वर्तमान स्वर्ण जमा योजना जैसी ही है, जिसका टीटीडी उपयोग कर रही है।

ब्याज में संशोधन चाहती है टीटीडी

शनिवार को इससे संबंधित जारी एक बयान में कहा गया है, "अभी बैंकों की ब्याज दर काफी कम है और इसे बढ़ाने के लिए बैंकों से बातचीत की जानी चाहिए, जो अभी मध्यम और लंबी अवधि की जमा योजना से थोड़ी ही अधिक है।"

उल्लेखनीय है कि सरकार के गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सरकार को टीटीडी से काफी उम्मीदें हैं, जिसके पास करीब 5,500 टन सोना है। 

टीटीडी को अभी सरकारी बैंकों में सोना जमा करने पर एक से डेढ़ फीसदी ब्याज मिलता है। वह मौद्रीकरण योजना में अधिक ब्याज चाहती है। उसे अभी ब्याज से सालाना 80 किलोग्राम सोना प्राप्त होता है, लेकिन गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत वह 120 किलोग्राम सोना हासिल कर सकती है।

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