विश्व प्रसिद्ध ताजमहल में 2 अप्रैल से मुगल बादशाह शाहजहां का 364 वां तीन दिवसीय उर्स शुरू हो गया. इस दौरान विश्व की ऐतिहासिक धरोधर के तहखाने में मौजूद मुगलों के पांचवें बादशाह और उनकी पत्नी की कब्रों को स्नान कराया गया.
उत्तर प्रदेश अमन कमेटी के मुख्य संचालक सैय्यद मुनव्वर अली ने बताया, ‘‘ तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की असल कब्रों के पास जाकर, गुलाब जल और केवड़े से कब्रों को गुस्ल (स्नान) कराया गया. दुआ की गई और पंचायत हुई.''
मालूम हो कि शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज महल की असल कब्रें तहखाने में है, जहां उर्स के दौरान जाया जाता है. सामान्य दिनों में पर्यटक तहखाने के ऊपर बनी सांकेतिक कब्रों को देखते हैं.
सफेद संगेमरमर से बने इस मकबरे को 17वीं सदी में मुगलों के पांचवें बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी के इंतकाल के बाद उन्हें दफनाने के लिए बनवाया था. अली ने बताया कि ताजमहल में शाहजहां का उर्स चार अप्रैल तक चलेगा. इस दौरान ताजमहल में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा.
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