फोटो साभार: अरूणाचलेश्वरर मंदिर फेसबुक कम्यूनिटी
तिरवन्नामलाई (तमिलनाडु):
भगवान अरूणाचलेश्वरर मंदिर के सरोवर में कम से कम चार लोग उस वक्त डूब गए जब वहां भगदड़ मच गयी। कल मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र स्नान के लिए सैकड़ों श्रद्धालुओं के धक्कामुक्की करने से भगदड़ मची थी।
यह हादसा ‘अय्यान तीर्थावरी कुलम’ में हुआ जब 2000 से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर के पुरोहितों के साथ पवित्र स्नान करने का प्रयास किया। वे आज सुबह पवित्र त्रिशूल के साथ पानी में उतरे थे।
पुलिस ने सील किया सरोवर का प्रवेश द्वार
पुलिस ने बताया कि तालाब में डूबने वाले चार लोगों की पहचान पुन्नियाकोडी, वेंकटरमन, शिव और माणिकंदन के तौर पर की गई है। पुलिस ने सरोवर के प्रवेश द्वार को सील किया और तकरीबन 50 लोगों को बचाया, जो भगदड़ में फंस गए थे।
पुरोहितों ने कल मध्य रात्रि से ही त्रिशूल और पीठासीन देवताओं भगवान अरूणाचलेश्वरर और श्री अभिधाकुजंबल की पूजा की थी जो ‘महा दीपारथनई’ (आरती) में परिणत हुआ। उसके बाद आज सुबह ‘तीर्थावड़ी’ (पवित्र डुबकी) लगाई। चूंकि पुरोहितों ने त्रिशूल लेकर डुबी लगाई इसलिए वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने भी उसका अनुकरण करने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मची।
यह हादसा ‘अय्यान तीर्थावरी कुलम’ में हुआ जब 2000 से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदिर के पुरोहितों के साथ पवित्र स्नान करने का प्रयास किया। वे आज सुबह पवित्र त्रिशूल के साथ पानी में उतरे थे।
पुलिस ने सील किया सरोवर का प्रवेश द्वार
पुलिस ने बताया कि तालाब में डूबने वाले चार लोगों की पहचान पुन्नियाकोडी, वेंकटरमन, शिव और माणिकंदन के तौर पर की गई है। पुलिस ने सरोवर के प्रवेश द्वार को सील किया और तकरीबन 50 लोगों को बचाया, जो भगदड़ में फंस गए थे।
पुरोहितों ने कल मध्य रात्रि से ही त्रिशूल और पीठासीन देवताओं भगवान अरूणाचलेश्वरर और श्री अभिधाकुजंबल की पूजा की थी जो ‘महा दीपारथनई’ (आरती) में परिणत हुआ। उसके बाद आज सुबह ‘तीर्थावड़ी’ (पवित्र डुबकी) लगाई। चूंकि पुरोहितों ने त्रिशूल लेकर डुबी लगाई इसलिए वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने भी उसका अनुकरण करने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मची।
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