101 किलो पारे से बने शिवलिंग की अराधना करने से सारी मनोकामनाएं हो जाती हैं पूरी

Jhalwar temple : झालरापाटन शहर के नवलखा किले पर स्थित आनंदधाम मन्दिर में मौजूद शिवलिंग राजस्थान का एक मात्र शिव लिंग है जो पारे का बना है. 

101 किलो पारे से बने शिवलिंग की अराधना करने से सारी मनोकामनाएं हो जाती हैं पूरी

Sawan first somavar 2023 : यहां पर भक्त दर्शन पूजन हवन, जल दूध से अभिषेक करते हैं.

Sawan 2023 : आपने शिव लिंग (Shivling) तो बहुत देखे होंगे उनकी पूजा अर्चना भी की होगी लेकिन क्या आपने कभी पारे से बने शिवलिंग के बारे में सुना है जिसकी सावन माह में पूजा अर्चना करने मात्र से ही मनोकामना पूरी हो जाती है. अगर नहीं तो आज हम उसी के बारे में बताने जा रहे हैं. झालरापाटन शहर के नवलखा किले पर स्थित आनंदधाम मन्दिर में मौजूद शिवलिंग राजस्थान का एक मात्र शिवलिंग है, जो पारे का बना है. 

Sawan 2023 की हरियाली अमावस्या कब है ? यहां जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व

इसका वजन सुनकर आप चौंक जाएंगे, यह दिखने में छोटा सा लगता है मगर इसका वजन 108 किलो ग्राम है यह पूरी तरह पारा से बना है, जो पूरे राजस्थान मे कहीं नही है. कहते हैं की आप किसी भी शिवलिंग पर 100 बार अभिषेक करो और इस पारे के शिवलिंग पर एकबार तो इसका पुण्य बराबर होता है. इसकी पूजा-अर्चना और अभिषेक से उतना फल मिलता है जितना 100 अभिषेक से.

यही नहीं आप इसके दर्शन भर से अपने मन की शांति और सुख पा सकते हैं. यहां आकर अलग ही अनुभव होता है जो कहीं नहीं होता. जो एकबार यहां आता है बार-बार आना चाहता है. सावन में खास यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है. यहां पर भक्त दर्शन पूजन हवन, जल, दूध से अभिषेक करते हैं. शिव रात्री पर तो यहां बड़ा मेला लगता है, यहां दर्शन करने वालों की भीड़ जुट जाती है और अभिषेक करने वालों का तो नंबर ही नहीं आ पाता है. कहते हैं यहां आकर आत्मा की सच्ची शांति मिलती है. आज सावन माह का पहला सोमवार है, ऐसे में यहां सुबह से ही भक्तों की बड़ी संख्या दर्शन के लिए कतार में लगी हुई है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

आज सावन का पहला सोमवार, वाराणसी में शिवभक्तों का लगा तांता

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com