Shani Dev: न्याय और कर्म फल के देवता शनि (Shani) सभी ग्रहों में सबसे धीमी चाल से चलते हैं. इसलिए शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप जल्दी समाप्त नहीं होता है. शनि देव की विधि-विधान से पूजा करने से शनि के प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है. इस समय तीन राशियों पर शनि की साढ़साती चल रही है. कुंभ, मकर और मीन राशियों के जातकों पर शनि की साढ़साती चल रही है. इन राशियों के जातकों को शनि देव के खास उपाय करने से राहत प्राप्त हो सकती है. आइए जानते हैं शनि के प्रभाव से राहत पाने के लिए किस तरह की जा सकती है पूजा.
ऐसे करें शनिदेव की पूजा
शनिवार के दिन प्रात: काल जल्दी उठकर स्नान करने के बाद घंर में मंदिर की साफ-सफाई कर दिया जलाएं. इसके बाद शनि देव के मंदिर जाएं और शनिदेव को सरसों तेल और फूल अपिर्त करें. शनि चालीसा (Shani Chalisa) का पाठ करें. शनिवार के दिन व्रत भी रखा जा सकता है. इस दिन दाल का दान करें. मान्यता है कि शनिवार के दिन दाल का दान विशेष फलदायी होता है.
इन मंत्रों के जाप से होंगे शनिदेव प्रसन्नॐ शं अभयहस्ताय नमः”
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
“ॐ नीलांजनसमाभामसं रविपुत्रं यमाग्रजं छायामार्त्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम”
करें ये उपायशनिवार के दिन शनिदेव को प्रिय काले रंग की चीजें जैसे उरद की दाल, काले रंग के वस्त्र का दान करें. इस दिन शनि देव के मंदिर में शनि स्त्रोत का पाठ करें. शनिवार को पीपल के पेड़ या शनिदेव की मूर्ति को सरसों का तेल अर्पित करें. काले रंग के चीटों को गुड़ खिलाएं. इस दिन इन खास उपायों को करने से शनिदेव के प्रकोप से राहत प्राप्त हो सकती है. खासकर शनि की साढे़साती में चल रहे तीन राशि कुंभ, मकर और मीन के जातकों को शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए ये उपाय जरूर करने चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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