
Mata Lakshmi puja : हिंदू धर्म में शाम के समय मुख्य द्वार पर लोग दीया जलाते हैं. मान्यता है इससे देवी लक्ष्मी का आगमन होता है और नकारात्मकता दूर होती है. इससे घर की ऊर्जा सकारात्मक होती है. साथ ही आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं. लेकिन आपको शाम के समय दीया जलाने से पहले 5 बातों का ध्यान (deepak jalane ka niyam) रखना जरूरी है तभी आपको इसका पूर्ण लाभ मिलेगा. तो चलिए जानते हैं शाम के समय दीया जलाने के 5 नियम...
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शाम के समय दीया जलाने के 5 नियम - 5 rules for lighting a lamp in the evening
दीपक जलाने का सही समय - The right time to light the lamp
आप दीपक प्रदोष काल में जलाएं. आपको बता दें कि यह मुहूर्त सूर्यास्त के लगभग 30 मिनट पहले से सूर्यास्त के लगभग 30 मिनट बाद तक रहता है.
दीपक जलाने का सही दिशा - right direction to light the lamp
दीपक जलाने के बाद उसे सही दिशा में रखना भी अहम होता है. शाम के समय मुख्य द्वार के पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ होता है. वहीं, अगर आप दीपक पितरों के लिए जला रहे हैं तो इसे दक्षिम दिशा में रखें. लेकिन देवी लक्ष्मी के आगमन के लिए उत्तर दिशा में रखना चाहिए.
साफ-सफाई का रखें ख्याल - Take care of cleanliness
- शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आस-पास जूता चप्पल न रखा हो. इससे देवी लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं. हमेशा दीया साफ-सुथरी जगह पर जलाएं.
हर दिन दीया साफ करें - Clean the Diya every day
- वहीं, दीपक जलाने से पहले उसे अच्छे से साफ कर लीजिए, उसके बाद ही दीया जलाएं.
शाम के समय दरवाजा बंद न करें - Do not close the door in the evening
- दीपक जलाने के बाद आपको मुख्य दरवाजे को बंद नहीं करना चाहिए. इससे सकारात्मकता बाहर ही रह जाती है. इसलिए शाम के समय दरवाजे को खोलकर ही रखना चाहिए . वरना आप मां लक्ष्मी की कृपा से वंचित रह सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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