
Sawan Somwar: श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित होता है. इस महीने पूरे मनोभाव से भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं. सावन का पहला और दूसरा सोमवार बीत चुका है और आज तीसरे सावन सोमवार का व्रत रखा जा रहा है. यूं तो सावन का हर दिन खास होता है लेकिन सोमवार के दिन विशेषकर भोलेनाथ (Lord Shiva) की आराधना की जाती है इसीलिए सावन सोमवार का व्रत खास होता है. वहीं, तीसरे सावन सोमवार (Teesra Sawan Somwar) का शिवपुराण से कनेक्शन है जिस चलते इस दिन की मान्यता और अधिक बढ़ गई है. साथ ही, आज तीसरे सावन सोमवार पर चंद्रमा, शनि और बुध का सकारात्मक प्रभाव राशियों पर रहेगा.
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सावन का तीसरा सोमवार और शिवपुराण
सावन के तीसरे सोमवार का जिक्र शिवपुराण में किया गया है. शिवपुराण के अनुसार, जब मां पार्वती महादेव को पति के रूप में पाना चाहती थीं तो उन्होंने तीसरे सावन सोमवार के दिन विशेष पूजा-आराधना की थी. माना जाता है कि महादेव मां पार्वती (Ma Parvati) की भक्ति से प्रसन्न हुए थे और मां पार्वती को उन्होंने पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया था. ऐसे में माना जाता है कि अपने वैवाहिक जीवन की बेहतरी के लिए या अच्छा वर पाने के लिए सावन के तीसरे सोमवार का व्रत जरूर करना चाहिए.
सावन के तीसरे सोमवार की पूजातीसरे सावन सोमवार पर महादेव की पूरे मनोभाव से पूजा की जानी चाहिए. इस दिन स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण करके भगवान शिव का स्मरण किया जाता है और व्रत का संकल्प लिया जाता है. पूजा के दौरान भगवान शिव के मंत्रों (Shiv Mantra) का जाप करना शुभ होता है. इस दिन 108 बार 'ओम नम: शिवाय' का जाप करना फलदायी होता है. 'ओम गौरीशंकराय नमः' का भी जप करना चाहिए. शिवलिंग पर जल में मिश्री मिलाकर अभिषेक करना शुभ होगा. पूजा में शिवलिंग पर बेलपत्र, सफेद फूल और चावल चढ़ाना शुभ होता है. सच्चे मन से भगवान शिव को याद करना, आरती करना और पूजा करना फायदेमंद होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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