How can identify original Rudraksha: सनातन परंपरा में रुद्राक्ष के बीज को अत्यंत ही पवित्र माना गया है क्योंकि इसका संबंध देवों के देव महादेव से है, जो अपने भक्तों पर शीघ्र ही प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को रुद्र का प्रसाद या फिर महादेव का मनका कहा जाता है। मान्यता है कि इस चमत्कारी बीज को माला, ब्रेसलेट या फिर गंडे के रूप में धारण करने पर शिव कृपा हमेशा बनी रहती है। जिस रुद्राक्ष को धारण करने पर सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है और व्यक्ति तमाम तरह की बलाओं से बचा रहता है, उसे खरीदने और धारण करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें जरूर पता होनी चाहिए। आइए रुद्राक्ष के असली-नकली होने की जांच और उसे पहनने का नियम आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कैसे करें असली-नकली रुद्राक्ष की पहचान?
यदि आप रुद्राक्ष की जांच करके उसकी असलियत जानना चाहते हैं तो आपको उसे पानी में डुबोकर देखना चाहिए। यदि पानी में डालते ही रुद्राक्ष का बीज डूब जाता है तो उसके असली होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि इसके बाद भी यदि आपको शंका हो तो आप उसे गर्म पानी में डालकर चेक कर सकते हैं। यदि उस रुद्राक्ष को जोड़कर बनाया गया होगा तो गर्म पानी में अलग हो जाएगा। इसके अलावा आप चाहें तो किसी अनुभवी व्यक्ति की मदद से पहचान करवा कर या फिर किसी लैब में चेक करवाकर भी उसकी असलियत पता कर सकते हैं।

कितनी संख्या में पहनना चाहिए रुद्राक्ष?
हिंदू मान्यता के अनुसार यदि आप भगवान शिव के महाप्रसाद यानि रुद्राक्ष की माला को धारण करना चाहते हैं तो उसे 108 की संख्या में गुहवाकर पहनें। हिंदू धर्म में 108 की संख्या को पूर्णांक माना जाता है, जिसके शुभ प्रभाव से साधक पर शिव कृपा हमेशा बनी रहती है। हालांकि आप चाहें तो 54 और 27 दानें की माला को धारण कर सकते हैं।
रुद्राक्ष को पहनने की विधि
यदि आप भगवान शिव की कृपा दिलाने वाले रुद्राक्ष के पावन बीज को माला या किसी अन्य तरीके से धारण करना चाहते हैं तो उसे हमेशा लाल, पीले या फिर सफेद धागे में गुहवाकर ही धारण करें। ध्यान रखें कि रुद्राक्ष की माला हो या फिर ब्रेसलेट या गले का लॉकेट कभी भी उसको काले धागे में नहीं गुहवाना चाहिए। कभी किसी का पहना हुआ रुद्राक्ष अपने गले या हाथ आदि में न धारण करें। रुद्राक्ष को धारण करने से पहले गंगाजल से धुलें और उसे भगवान शिव को अर्पित करने के बाद उनके किसी भी मंत्र का कम से कम एक माला जप करने के बाद ही उसे प्रसाद मानकर धारण करें।

किस राशि के लिए कौन सा रुद्राक्ष शुभ
मेष राशि - 05 मुखी रुद्राक्ष
वृष राशि - 06 एवं 10 मुखी रुद्राक्ष
मिथुन राशि - 04 अथवा 11 मुखी रुद्राक्ष
कर्क राशि - 04 अथवा गौरी शंकर रुद्राक्ष
सिंह राशि - 05 मुखी रुद्राक्ष
कन्या राशि - गौरीशंकर रुद्राक्ष
तुला राशि - 07 मुखी और गणेश रुद्राक्ष
वृश्चिक राशि - 08 मुखी और 13 मुखी रुद्राक्ष
धनु राशि - 09 मुखी या फिर 01 मुखी
मकर राशि - 10 मुखी और 13 मुखी रुद्राक्ष
कुंभ राशि - 07 मुखी रुद्राक्ष
मीन राशि - एकमुखी रुद्राक्ष
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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