
इस बार के रक्षाबंधन पर भद्रा का असर है. तस्वीर: प्रतीकात्मक
- चंद्रग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है
- सूतक लगने से कुछ देर पहले तक भद्रा प्रभावकारी रहेगी
- भद्रा और सूतक के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता
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नई दिल्ली:
रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2017) बहनें कपड़ों, गहनों और राखी की खरीदारी कर चुकी हैं. वहीं भाई भी अपनी बहनों को खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले . भाई-बहन के प्यार और स्नेह के इस त्योहार पर हम आपको बता रहे हैं कि भला इस बार के रक्षाबंधन पर शुभ मुहूर्त कब होगा.
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पंडितों के अनुसार चंद्रग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है. सूतक लगने से कुछ देर पहले तक भद्रा प्रभावकारी रहेगी. भद्रा और सूतक के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. इसका मतलब है कि भद्रा समाप्त होने सूतक शुरू होने के बीच का कुछ समय ही आपके लिए राखी बांधने के लिए शुभ है.
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7 अगस्त की सुबह 11.07 बजे से बाद दोपहर 1.50 बजे तक रक्षा बंधन हेतु शुभ समय है. इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा जो रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व सूतक लग जाएगा. इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा. चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा. पंडितों के अनुसार भद्रा योग और सूतक में राखी नहीं बांधनी चाहिए.
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चंद्र ग्रहण के प्रभाव के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे. इस दौरान पूजा पाठ नहीं होगा. जब सूतक आरंभ हो जाता है तो केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता.
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पंडितों के अनुसार चंद्रग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक लग जाता है. सूतक लगने से कुछ देर पहले तक भद्रा प्रभावकारी रहेगी. भद्रा और सूतक के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. इसका मतलब है कि भद्रा समाप्त होने सूतक शुरू होने के बीच का कुछ समय ही आपके लिए राखी बांधने के लिए शुभ है.
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7 अगस्त की सुबह 11.07 बजे से बाद दोपहर 1.50 बजे तक रक्षा बंधन हेतु शुभ समय है. इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा जो रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व सूतक लग जाएगा. इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा. चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा. पंडितों के अनुसार भद्रा योग और सूतक में राखी नहीं बांधनी चाहिए.
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चंद्र ग्रहण के प्रभाव के चलते मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे. इस दौरान पूजा पाठ नहीं होगा. जब सूतक आरंभ हो जाता है तो केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है. इस दौरान किसी भी तरह का शुभ काम नहीं होता.
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