
Vat Savitri vrat 2025 : वट सावित्री (vat savitri vrat kab hai) का व्रत विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए करती हैं. इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार करके वट वृक्ष (vat vriksh ke puja kyun ki jate hai) की पूजा करती हैं. मान्यता है वट वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. आपको बता दें कि इस व्रत की शुरुआत देवी पार्वती ने किया था. यह व्रत महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करती हैं. मान्यता है इससे किसी भी तरह के संकट से बचा जा सकता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष के चारों ओर कलावा बांधकर चक्कर लगाती हैं फिर देवी पार्वती की पूजा करती हैं. इस साल यह व्रत 26 मई दिन सोमवार को रखा जाएगा.
कई बार पूजा पाठ के दिन पीरियड्स आ जाते हैं, ऐसे में उपवास रखें या नहीं, इससे पूर्ण फल मिलेगा या नहीं जैसे कई सवाल महिलाओं के मन में उठते हैं, ऐसे में आइए आपको बताते हैं मासिक धर्म के दौरान वट सावित्री का व्रत करें या नहीं...
पीरियड्स के दौरान व्रत करें या नहीं - Should you fast during periods or not?
मासिक धर्म (masik dharm me vart karen ya nahin) के दौरान सुहागिन स्त्रियां वट सावित्री का व्रत कर सकती हैं. इस दिन सुबह स्नान करके 16 सिंगार करके महिलाएं भगवान को प्रणाम करें. लेकिन आप इस दौरान पूजा की सामग्री को न छूएं. बल्कि आप पूजा की सामग्री किसी और व्रती महिला को दे दीजिए और उनके साथ कथा सुन सकती हैं.
वट सावित्री व्रत 2025 तिथि और शुभ मुहूर्त - Vat Savitri Vrat 2025 Date and Shubh Muhurta
पंचांग के अनुसार, 26 मई को अमावस्या तिथि का आरंभ दोपहर में 12:12 मिनट पर होगा और 27 तारीख को सुबह में 8:32 मिनट पर अमावस्या तिथि पर समाप्त हो जाएगा. उदयातिथि के अनुसार, यह व्रत 26 मई को रखा जाएगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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