
Narsimha Jayanti 2025 : भगवान विष्णु के 24 अवतारों में से एक नरसिंह भी है. यह अवतार भगवान विष्णु ने परम भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए लिया था. इसमें जगत के पालनहार आधा मानव और आधा सिंह का रूप धारण किया था और हिरण्यकश्यप जैसे राक्षस का वध किया था. आपको बता दें कि भगवान विष्णु ने हिरण्यकश्यप का वध वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को किया था. यही कारण है इस दिन नरसिंह जयंती मनाई जाती है.
इस दिन मनाई जाएगी एकदंत संकष्टी चतुर्थी, बन रहे कई मंगलकारी योग, मिलेगा लाभ
इस साल वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 10 मई को शाम 5 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इसका समापन 11 मई को रात 9 बजकर 19 मिनट पर होगा. ऐसे में इस साल नरसिंह जयंती 11 मई को मनाई जाएगी.
नरसिंह जयंती उपाय - Narasimha Jayanti Remedies
- इस दिन किसी से अपशब्द नहीं बोलना चाहिए.
- क्रोध करना या किसी के प्रति बुरे विचार लाना अशुभ माना जाता है.
- नरसिंह जयंती के दिन सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए.
- इस दिन विशेषकर बड़े-बुजुर्गों या कमजोरों का अपमान नहीं करना चाहिए.
- नरसिंह जयंती पर काले या नीले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए.
- ब्रह्मचर्य का पालन करना इस दिन महत्वपूर्ण माना जाता है.
नरसिंह जयंती का महत्व - Significance of Narsimha Jayanti
यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. नरसिंह का अवतार अत्याचारी असुर हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए हुआ था. यह आत्मशुद्धि का पर्व है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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