Masik shivratri 2022: आषाढ़ के महीने में शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस माह में कोई भी कामना पूर्ण हो जाती है. इस समय देवी देवताओं का आशीर्वाद ज्यादा फलित होता है. इसलिए इस माह भगवान भोलेनाथ की पूजा पाठ का बहुत महत्व होता है. ऐसे में आपको आषाढ़ शिवरात्रि (Ashadha Shivratri) के पूजा-पाठ और समय के बारे में जान लेना चाहिए. ताकि आपसे किसी प्रकार की भूल न हो क्योंकि देवों के देव महादेव ऐसे देवता हैं जिन्हें उनकी सरलता और क्रोध दोनों के लिए जाना जाता है. तो उनकी आराधना में थोड़ी सी भूल-चूक आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है.
आषाढ़ मास मासिक शिवरात्रि मुहूर्त | Masik shivratri 2022 Shubh muhurat
इस माह शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 27 जून को सुबह 03 बजकर 25 मिनट पर है जो अगले दिन 28 जून को 05 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी.
आषाढ़ शिवरात्रि का महत्व | Significance of Masik shivratri 2022
इस महीने शिवरात्रि व्रत रखने का खास महत्व होता है. इस दिन शिव मंत्र का जाप और पूरे तन मन से पूजा पाठ करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. इनका पूजा अर्चना करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है.
पूजा विधि | Puja vidhi
शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनकर मंदिर में पूजा करें. इसके बाद शिवलिंग पर दूध का अभिषेक करें. साथ ही उन्हें बेलपत्र और फूल चढ़ाएं. इनकी पूजा करने से जिन लड़के लड़कियों की शादी विवाह में बाधा आ रही है वह भी समाप्त हो जाती है. ऐसे में आपको इनकी पूजा और व्रत जरूर करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि भोलेनाथ के खुश होने से जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है. इस दिन सफेद चीजों का दान करने से भगवान शिव खुश होते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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