Maha Shivratri 2024: आज साल के सबसे बड़े व्रत में से एक महाशिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है. महाशिवरात्रि के व्रत में भगवान शिव की पूरे मनोभाव से पूजा की जाती है. माना जाता है कि जो भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की प्रदोष व्रत के दिन पूजा करते हैं उन्हें मनचाहे जीवनसाथी का वरदान मिलता है और वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है. पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है. आज 8 मार्च के दिन ना सिर्फ महाशिवरात्रि बल्कि शुक्र प्रदोष व्रत भी रखा जा रहा है. जानिए किस तरह आज महाशिवरात्रि की पूजा (Maha Shivratri Puja) संपन्न की जा सकती है.
शिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त | Shivratri Puja Shubh Muhurt
महाशिवरात्रि पर पूजा के कई शुभ मुहूर्त पड़ रहे हैं. पहले प्रहर की पूजा 8 मार्च सुबह 6 बजकर 29 मिनट से रात 9 बजकर 33 मिनट के बीच की जाएगी.
दूसरे प्रहर की पूजा 8 मार्च सुबह 9 बजकर 33 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट के बीच होगी.
तीसरे प्रहर की पूजा 9 मार्च के दिन की जाएगी. सुबह के 3 बजकर 40 मिनट से 6 बजकर 44 मिनट तक तीसरे प्रहर की पूजा की जाएगी.
महाशिवरात्रि के चौथे प्रहर की पूजा का मुहूर्त सुबह 3 बजकर 40 मिनट से 6 बजकर 44 मिनट के बीच है.
महाशिवरात्रि के दिन सुबह-सवेरे उठकर स्नान किया जाता है और स्नान पश्चात स्वच्छ वस्त्र धारण किए जाते हैं. इसके बाद भगवान शिव (Lord Shiva) का स्मरण करके भक्त शिवरात्रि का व्रत रखते हैं. इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती के मंत्रों का जाप किया जाता है. इसके बाद भक्त सुबह ही भगवान शिव के दर्शन के लिए शिव मंदिर जाते हैं.
शिवरात्रि की पूजा के लिए गन्ने का रस, कच्चा दूध, घी, दही, गंगाजल, धतूरा, बेलपत्र, भांग, धूप, पान के पत्ते, और दीपक समेत फल आदि सामग्री में इकट्ठे किए जाते हैं. महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर दूध या पानी से अभिषेक किया जाता है. इस दूध या पानी में कुछ बूंदे शहद की भी डाली जाती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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