Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन जोरों-शोरों से चल रहा है जहां देश-विदेश से भक्त व साधु-संत पहुंचने लगे हैं. महाकुंभ में देश के कोने-कोने से नागा बाबा पहुंचते हैं जो यहां हठ योग (Hath Yoga) का प्रदर्शन करते नजर आते हैं. नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज ने महाकुंभ मेले में 61 घड़ों के पानी से स्नान करके हठ योग किया है. यह अनुष्ठान सुबह 4 बजे किया गया. घड़ों से स्नान की रस्म आमतौर पर 41 दिनों तक चलती है लेकिन महाकुंभ मेले में जगह और समय की कमी के चलते इसे घटाकर 21 दिन कर दिया गया है. जानिए महाकुंभ में हठ योग के महत्व के बारे में.
महाकुंभ में हठ योग | Hath Yoga In Maha Kumbh
हठ योग करने के लिए ठंडे पानी से स्नान किया जाता है. माना जाता है कि नागा साधु इस हठ योग से अपने शरीर को इतना कड़ा करने की कोशिश करते हैं कि उन्हें ना सर्दी महसूस हो और ना ही शरीर पर ठंड का कोई प्रभाव पड़े.
इस अनुष्ठान के पहले दिन की शुरूआत 51 घड़ों के जल से की गई थी. इसके बाद घड़ों की संख्या हर दिन के साथ बढ़ा दी गई. किसी दिन 2 घड़े बढ़ाए जाते हैं तो किसी दिन 3 घड़ों को बढ़ाकर लिया जाता है. इसी तरह नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज पर 61 घड़ों का पानी गिराया गया था.
हठ योग में नागा साधु (Naga Sadhu) एक जगह पर बैठते हैं जिसके बाद लोग एक-एक करके घड़ों का पानी उनपर डालते हैं. नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज के हठ योग करने का यह नौंवा साल है. उनका कहना है कि हठ योग करने के पीछे किसी तरह का स्वार्थ नहीं है. महाकुंभ की शुरूआत होने पर 14 जनवरी को नागाओं का पहला शाही स्नान (Shahi Snan) होगा. नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि पहले वे हठ योग का अनुष्ठान पूरा करेंगे और उसके बाद शाही स्नान करने जाएंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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