
Rahu Ketu Ke Upay: ज्योतिष में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है. ज्योतिष (Astrology) के अनुसार राहु जब किसी की कुंडली (Horoscope) में दोष उत्पन्न करता है तो उसके बनते हुए काम अटकने लगते हैं. उसे हर काम में अड़चन आती है. इसी प्रकार केतु भी व्यक्ति के जीवन में अचानक से मुश्किलें पैदा करने लगता है. केतु (Ketu) से प्रभावित व्यक्ति के जीवन में अप्रत्याशित घटनाएं घटने लगती हैं. राहु-केतु से जुड़े दोष जिंदगी की रफ्तार में ब्रेकर बनकर तमाम तरह के तनाव देने लगते हैं. यदि आप भी इन दिनों राहु-केतु के कष्टों से पीड़ित हैं और आपको हर समय मानसिक तनाव और अवसाद बना रहता है तो आपको नीचे दिये गये सरल सनातनी उपायों को एक बार जरूर आजमाना चाहिए.
राहु के दोष दूर करने वाले 5 प्रभावी उपाय
- ज्योतिष के अनुसार जिन लोगों के जीवन में राहु (Rahu) बड़ी परेशानी एवं चिंता का कारण बन रहा हो उसे तमाम समस्याओं से उबरने के लिए प्रतिदिन शिव साधना (Shiva Puja) करनी चाहिए. अगर आप अभी तक इस उपाय को नहीं कर पाए हैं तो आप सावन महीना खत्म होने से पहले इस अचूक उपाय को श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रारंभ कर सकते हैं.
- ज्योतिष के अनुसार यदि आप वर्तमान में कुंडली के राहु दोष से पीड़ित चल रहे हैं तो आपको उसके कारण होने वाली समस्याओं से बचने के लिए चांदी के नागदेव बनवाकर किसी शिवालय में योग्य विद्वान से पूजा करवाना चाहिए. पूजा के बाद उस नाग देवता (Nag Devta) को शिवालय में दान देना चाहिए.
- राहु से पीड़ित व्यक्ति को छिन्नमस्ता मां की विशेष साधना करनी चाहिए. यदि संभव हो तो किसी योग्य पंडित की मदद से छिन्नमस्ता मां के यंत्र की पूजा करें. इसी प्रकार राहु के दोष को दूर करने के लिए बटुक भैरव (Batuk Bhairav) की साधना विशेष फलदायी मानी गई है.
- अगर राहु के दोष (Rahu Dosha) आपके लिए अत्यधिक कष्टकारक साबित हो रहे हैं तो आपको प्रतिदिन पूजा में राहु के बीजमंत्र ‘ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः' का जाप करना चाहिए. राहु के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए व्यक्ति को इस मंत्र का 18,000 बार जाप करना चाहिए.

केतु की पीड़ा को दूर करने का उपाय
- कुंडली में बने केतु के दोष (Ketu Dosha) को दूर करने के लिए व्यक्ति को मछलियों चीनी मिले हुए आटे की गोली और चींटियों को चीनी मिला हुआ आटा खिलाना चाहिए.
- अगर आपके जीवन में केतु तमाम तरह की परेशानियां पैदा करते हुए कष्टों का कारक बन रहा है तो आपको उससे बचने के लिए प्रतिदिन विघ्न विनाशक भगवान श्री गणेश जी की पूजा करना प्रारंभ कर देना चाहिए. मान्यता है कि भगवान श्री गणेश (Lord Ganesha) जी की दूर्वा चढ़ाकर पूजा करने से वे शीघ्र ही प्रसन्न होत हैं और केतु के कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं.
- ज्योतिष के अनुसार किसी भी ग्रह से संबंधित पीड़ा को दूर करने के लिए उसके लिए जपे जाने वाले मंत्र अत्यधिक प्रभावी साबित होते हैं. ऐसे में केतु के कष्टों से बचने के लिए प्रतिदिन पूजा में ‘ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:' मंत्र का जप करें. ज्योतिष के अनुसार केतु के दोष को दूर करने के लिए इस मंत्र का 17,000 बार जाप करना चाहिए.
- कुंडली में केतु का दोष दूर करने के लिए व्यक्ति को शिवलिंग (Shivling) पर पानी में तिल मिलाकर चढ़ाना चाहिए. इसी प्रकार बहते हुए जल में तिल प्रवाहित करने से भी केतु के कष्टों से राहत मिलती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं