Kark Sankranti 2022 date : आज कर्क संक्रांति का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन सूर्य देव की उपासना करने का दिन है. ऐसे में आप सूर्य देव की विशेषरूप से पूजा अराधना करते हैं तो जीवन में सुख, शांति समृद्धि आएगी और यश में बढ़ोत्तरी. इस दिन स्नान ध्यान का बहुत ज्यादा महत्व होता है. मान्यतानुसार कर्क संक्रांति के दिन सूर्य दक्षिणायन (Surya dev) हो जाते हैं अगले 6 महीने के लिए. इस दिन किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं किया जाता है.
कर्क संक्रांति का महत्व | Importance of Kark Sankranti
आपको बता दें कि कर्क संक्रांति का विशेष महत्व इसलिए होता है क्योंकि आज के दिन सूर्यदेव अगले 6 महीने के लिए दक्षिणायन हो जाते हैं, फिर संक्रांति के दिन उत्तरायण होते हैं. इस दिन लोग पिंडदान भी करते हैं पितरों का. इसके अलावा कर्क संक्रांति के दिन किसी भी प्रकार के शुभ कार्य नहीं करने चाहिए.
कर्क संक्रांति शुभ मुहूर्त
कर्क संक्रांति का पुण्य काल सुबह 05 बजकर 34 मिनट से शाम 5 बजकर 09 मिनट तक और महापुण्य काल दोपहर 02 बजकर 51 मिनट से शाम 05 बजकर 09 मिनट तक रहेगा.
कर्क संक्रांति पूजा विधि
इस दिन प्रातः काल स्नान करने के बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके सूर्य को अर्घ्य दें. आप भगवान सूर्य को जल तांबे के लोटे में ही अर्पित करें. अगर जल में कुमकुम, गुड़हल का फूल, तिल आदि डालकर चढ़ाते हैं तो बहुत फलदायी होगा. एक चीज का ध्यान हमेशा रखें जब जल चढ़ाएं तो पैरों पर ना गिरे. वहीं, सूर्य देव को जल अर्पित करते समय, '' ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा. ॐ सूर्याय नम: ॐ घृणि सूर्याय नम: '' का जाप करें. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता आएगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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