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Hariyali Amavasya 024 : यहां जानें हरियाली अमावस्या को दान और स्नान का शुभ मुहूर्त

हरियाली अमावस्या के दिन दान का उत्तम मुहूर्त सुबह 9 बजकर 5 मिनट से दोपहर 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा, इसके बाद दूसरा मुहूर्त सुबह 10 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. वहीं, तीसरा मुहूर्त 2 बजकर 7 मिनट से दोपहर 03 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. 

Hariyali Amavasya 024 : यहां जानें हरियाली अमावस्या को दान और स्नान का शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में, अमावस्या का दिन अपने पूर्वजों को समर्पित होता है.

Shravan amavasya 2024 : हरियाली अमावस्या जिसे सावन अमावस्या या श्रावण अमावस्या भी कहा जाता है, हिंदू कैलेंडर (hindu calendar) के श्रावण माह (सावन माह) की अमावस्या (नवचंद्र) को मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है. श्रावण मास मानसून के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है जो धरती को हरियाली (Hariyali amavasya date 2024) की चादर से ढक देता है, यही कारण है कि श्रावण अमावस्या के त्यौहार को हरियाली का त्यौहार कहा जाता है. आपको बता दें कि हरियाली अमावस्या श्रावण शिवरात्रि के एक दिन बाद आती है जो चतुर्दशी तिथि को आती है. हरियाली तीज हरियाली अमावस्या के तीन दिन बाद यानी 07 अगस्त, बुधवार को शुक्ल पक्ष की तृतीया (तीसरे दिन) को मनाई जाती है. 

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हरियाली अमावस्या को वर्षा ऋतु के त्यौहार के रूप में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और इस दिन भगवान शिव की पूरी श्रद्धा के साथ पूजा की जाती है.  हरियाली अमावस्या का उत्सव भारत के उत्तरी राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में बहुत प्रसिद्ध है. यह अन्य क्षेत्रों में भी प्रसिद्ध है, लेकिन अलग-अलग नामों से. महाराष्ट्र में इसे 'गटारी अमावस्या', आंध्र प्रदेश में 'चुक्कला अमावस्या' और उड़ीसा में इसे 'चितलागी अमावस्या' के रूप में मनाया जाता है. 

हिंदू धर्म में, अमावस्या का दिन अपने पूर्वजों को समर्पित होता है.  ठीक उसी तरह, हरियाली अमावस्या पर, भक्त सुबह जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं. इसके बाद, पूर्वजों या 'पितरों' को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है. विशेष भोजन तैयार किया जाता है और ब्राह्मणों को दिया जाता है. परिवार का पुरुष सदस्य अपने मृतक परिवार के सदस्यों को शांति प्रदान करने के लिए सभी पितृ अनुष्ठान करता है.

ऐसे में आइए जानते हैं अमावस्या तिथि कब से कब तक रहेगी-

03 अगस्त 2024 को अमावस्या तिथि दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और 4 अगस्त को शाम 4 बजकर 42 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि रविवार को पड़ रही है ऐसे में हरियाली अमावस्या 4 को मनाई जाएगी. 

हरियाली अमावस्या का शुभ मुहूर्त 

हरियाली अमावस्या के दिन कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं, ऐसे में इसका महत्व बढ़ जाता है. अमावस के दिन रवि पुष्य योग व सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. रवि पुष्य योग सुबह 05:43 से दोपहर 01:26 मिनट तक रहेगा. इसके साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5 बजकर 43 मिनट से दोपहर 1 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. 

हरियाली अमावस्या का दान मुहूर्त 

हरियाली अमावस्या के दिन दान का उत्तम मुहूर्त सुबह 9 बजकर 5 मिनट से दोपहर 10 बजकर 45 मिनट तक रहेगा, इसके बाद दूसरा मुहूर्त सुबह 10 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. वहीं, तीसरा मुहूर्त 2 बजकर 7 मिनट से दोपहर 03 बजकर 47 मिनट तक रहेगा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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