हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) खासतौर से उत्तर भारतीय हिंदुओं का एक लोप्रिय पर्व है. मान्यता है कि चैत्र शुक्ल पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान ने जन्म (Birth of Lord Hanuman) लिया था. श्री हनुमान को शिव का अवतार माना जाता है. कहते हैं कि भगवान हनुमान भक्तों को हर बुरी बला और भय से बचाते हैं. मान्यता है कि हनुमान जयंती के दिन अगर तन-मन-धन से श्री हनुमान की पूजा अर्चना की जाए तो वह बेहद प्रसन्न होते हैं. वैसे तो हनुमान जी (Hanuman Ji) बहुत दयालू और भक्तों की हर पीड़ा हरने वाले है, लेकिन फिर भी उनकी पूजा करने के कुछ नियम हैं. हनुमान जयंती के दिन इन पूजा नियमों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
यह भी पढ़ें: हनुमान जयंती की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
1. रखें शुद्धता का ध्यान
हनुमान जी की पूजा में शुद्धता का बड़ा महत्व है. नहाने के बाद साफ-धुले कपड़े ही पहनें. अगर हो सके तो इस दिन कोरे या नए कपड़े पहनने चाहिए. मान्यता है कि इस दिल काले रंग के कपड़े पहनकर पूजा नहीं करनी चाहिए. हनुमान जी को लाल रंग प्रिय है. पूजा करते समय लाल या पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है. इसके अलावा ब्रह्मचर्य का पालन भी करें.
2. नमक का सेवन न करें
जो भक्त व्रत रख रहे हैं उन्हें हनुमान जयंती के दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि अगर इस दिन मिठाई का दान कर रहे हैं तो स्वयं उस मिठाई को न खाएं.
3. मांस या मदिरा से दूर रहें
हनुमान जयंती के दिन मांस या मदिरा का सेवन न करें. अगर व्रत रख रहे हैं तो किसी भी सूरत में इन चीजों से दूर रहें. अगर व्रत नहीं कर रहे हैं तब भी मांस-मदिरा का त्याग करें. इन चीजों का सेवन करने के बाद न तो हनुमान जी की पूजा करें और न ही उनके मंदिर जाएं.
यह भी पढ़ें: हनुमान जयंती पर अपने करीबियों को इस तरह दें शुभकामनाएं
4. सूतक में न करें पूजा
अगर सूतक है तो हनुमान जयंती के दिन न तो हनुमान जी का व्रत रखें और न ही उनकी पूजा करें. गौरतलब है कि जब घर में किसी की मौत हो जाती है या बच्चे का जन्म होता है तो सूतक लग जाता है. सूतक के दौरान भगवान की पूजा करने की मनाही है.
5. महिलाओं के लिए नियम
मान्यता है कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी थे और स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते थे. मान्यता के अनुसार हनुमान जयंती के दिन पूजा करते वक्त महिलाआं को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- हनुमान जी को सिंदूर का लेप न लगाएं.
- हनुमान जी को चोला नहीं चढ़ाना चाहिए.
- हनुमान जी को जनेऊ न पहनाएं.
- बजरंग बाण का पाठ न करें.
- पूजा करते वक्त हनुमान जी की मूर्ति का स्पर्श न करें.
- अगर महिलाएं चाहें तो हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के चरणों में दीपक प्रज्ज्वलित कर सकती हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं