Guru Pushya Yog 2024: गुरु पुष्य योग को गुरु पुष्य अमृत योग भी कहा जाता है. माना जाता है कि इस दिन खरीदारी, व्यापार और बहीखाते से जुड़े काम बेहद शुभ माने जाते हैं. इस योग में जो कार्य किए जाते हैं उनसे सफलता और शुभता दोनों आते हैं. दिसंबर में साल का आखिरी गुरु पुष्य योग बन रहा है. इस योग का अर्थ पोषक भी होता है और माना जाता है कि यह अमरेज्य यानी देवताओं के द्वारा पूजे जाने वाला नक्षत्र (Nakshatra) होता है. जानिए साल के आखिरी गुरु पुष्य योग की तिथि और इस दिन के महत्व के बारे में.
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दिसंबर में गुरु पुष्य योग | December Guru Pushya Yog
पंचांग के अनुसार, गुरु पुष्य योग की शुरुआत 29 दिसंबर की सुबह 1 बजकर 5 मिनट पर हो जाएगी और इसका समापन 30 दिसंबर, सुबह 3 बजकर 10 मिनट पर होगा. गुरु पुष्य योग के चलते 29 दिसंबर का पूरा दिन खरीदारी के लिए बेहद शुभ माना जा रहा है.
गुरु पुष्य योग को धनदायक योग कहा जाता है. इस दिन गुरु बृहस्पति और कर्म के ग्रह शनि का शासन होता है. इसके अलावा, शुभ कार्य करने के लिए यह दिन शुभ माना गया है. गुरु पुष्य योग पद-प्रतिष्ठा, सफलता, ऐश्वर्य और समृद्धि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति (Brihaspati) का दिन माना जाता है. वहीं, इस दिन की गई खरीदारी अक्षय मानी जाती है. अक्षय का अर्थ होता है जिसका क्षय ना होता हो.
इस दिन क्या करना चाहिए- मान्यतानुसार, गुरु पुष्य योग के दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत की जा सकती है.
- इस दिन भूमि या भवन खरीदना अच्छा माना जाता है.
- गुरु पुष्य योग के दिन वाहन खरीद सकते हैं, सोने-चांदी के आभूषण खरीद सकते हैं या फिर बहीखाते वगैरह की खरीदारी करने के लिए भी यह दिन अच्छा है.
- गुरु पुष्य योग के दिन पीतल का हाथी या शंख भी खरीदे जा सकते हैं.
- इन दिन श्रीसूक्त का पाठ करना भी शुभ होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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