Falgun Amavasya 2024: पंचांग के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष में आने वाली 15वीं तिथि को अमावस्या पड़ती है. अमावस्या की तिथि का विशेष धार्मिक महत्व होता है. इस दिन स्नान-दान धार्मिक महत्व रखता है. माना जाता है कि अमावस्या पर पूजा करने से और पितरों का तर्पण करने से घर-परिवार पर पितृ दोष (Pitra Dosh) नहीं लगता है. पितृ दोष तब लगता है जब पितृ नाराज हो जाते हैं. इससे घर में कलह और कलेश का माहौल रहने लगता है, घर की सुख-शांति खत्म होती है और परिवार पर आर्थिक दिक्कतें मंडराने लगती हैं. ऐसे में पितृ दोष से बचे रहने के लिए और पितृ दोष दूर करने के लिए अमावस्या के दिन कुछ मंत्रों (Mantra) का जाप किया जा सकता है. इन मंत्रों के जाप से पितृ नाराज नहीं होते हैं. जानिए इस साल कब पड़ रही है फाल्गुन अमावस्या और कैसे पाया जा सकता है पितृ दोष से छुटकारा.
फाल्गुन अमावस्या पर पितृ दोष से छुटकारा
इस साल पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह की अमावस्या तिथि 9 मार्च शाम 6 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 10 मार्च, दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में 10 मार्च, रविवार के दिन अमावस्या मनाई जाएगी. निम्न वो मंत्र दिए जा रहे हैं जो पितृ दोष से बचाव करते हैं और छुटकारा दिलाते हैं.
- ॐ आद्य-भूताय विद्महे सर्व-सेव्याय धीमहि। शिव-शक्ति-स्वरूपेण पितृ-देव प्रचोदयात्'
- ॐ कुल देवताभ्यो नमः।
- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्
- गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती, नर्मदा सिंधु कावेरी जलेस्मिनेसंनिधि कुरू
- अयोध्या मथुरा, माया, काशी कांचीअवन्तिकापुरी, द्वारवती ज्ञेयाः सप्तैता मोक्ष दायिका
पितृ दोष से निवारण के लिए अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है. अगर पवित्र नदी घर के आस-पास ना हो तो घर में रखे किसी पवित्र नदी के पानी, जैसे गंगाजल, को बाल्टी में पानी में मिलाएं और फिर इस पानी से स्नान करें. अमावस्या पर पितरों का तर्पण और पिंडदान करने से भी पितृ दोष हट सकता है. इस दिन दान (Daan) का भी अत्यधिक महत्व होता है. जरूरमंदों को भोजन और कपड़े दान में दिए जा सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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