
Brihaspati Ke Upay: सनातन परंपरा में नवग्रहों में बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना गया है. ज्योतिष के अनुसार ये कुंडली मे सुख-सौभाग्य और ज्ञान-सम्मान के कारक माने जाते हैं. जिस भी जातक की कुंडली में गुरु ग्रह शुभ स्थान पर बैठते हैं या फिर कहें शुभ दृष्टि डालते हैं, उसे कदम-कदम पर खुशियां और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है. यदि आप भी अपनी रुठी किस्मत को मनाना और देव गुरु बृहस्पति का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आपको गुरुवार के दिन नीचे बताए गये सरल सहज उपायों को एक बार जरूर आजमाना चाहिए.
जानें कैसे खिलेगा आपकी खुशियों का रंग
ज्योतिष के अनुसार किसी भी जातक पर ग्रह से जुड़े रंग का बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में यदि आप अपनी कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करके उसकी शुभता को पाना चाहते हैं तो आपको अधिक से अधिक पीले रंग के कपड़े का प्रयोग करना चाहिए. यदि आपको किसी कारणवश ऐसा करने में कठिनाई आए तो आप पीले रंग का रुमाल, टाई, आदि का प्रयोग कर सकते हैं. इसी प्रकार गुरुवार के दिन भगवान श्री विष्णु अथवा देवगुरु बृहस्पति को पीले रंग के पुष्प, वस्त्र आदि अर्पित करें.
तिलक से बढ़ेगी कुंडली में गुरु की ताकत
ज्योतिष में नवग्रहों की शुभता पाने और उन्हें ताकतवर बनाकर शुभ फलों को पाने के लिए अलग-अलग तिलक को लगाने का उपाय बताया गया है. यदि आप गुरु ग्रह के शुभ फल पाना चाहते हैं तो बृहस्पतिवार के दिन देवगुरु बृहस्पति को हल्दी अथवा पीला चंदन अर्पित करें तथा सुख-सौभाग्य को बढ़ाने के लिए खुद भी माथे पर लगाएं.
जब न मिले बृहस्पति देव का मंदिर
यदि आपको आस-पास देवगुरु बृहस्पति का मंदिर न मिले तो आप बिल्कुल निराश न हों और देवगुरु की पूजन एवं दान सामग्री आदि को भगवान श्री विष्णु अथवा भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति के सम्मुख अर्पित करें. सनातन परंपरा में भगवान श्रीकृष्ण, भगवान श्री विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की पूजा के समान फल माने गये हैं.
देवगुरु बृहस्पति की कृपा बरसाता है पुखराज
यदि आप रत्नों के माध्यम से गुरु ग्रह की शुभता को पाना चाहते हैं तो आप किसी ज्योतिषविद् की सलाह लेकर उचित भार और गुणवत्ता वाला पुखराज रत्न धारण कर सकते हैं. पुखराज का शुभ फल पाने के लिए उसे किसी विद्वान की मदद से पूजा कराकर शुभ समय पर धारण करें.
दान से होगा कल्याण
देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन किया जाने वाला दान भी एक अचूक उपाय है. ऐसे में यदि संभव हो तो गुरु ग्रह की शुभता को पाने और उससे जुड़े दोष को दूर करने के लिए न सिर्फ केले के पेड़ की पूजा करें बल्कि किसी मंदिर के पुजारी को केला दान में दें. इसी प्रकार देवगुरु बृहस्पति की प्रतिमा पर चने की दाल और गुड़ अर्पित करने पर भी विशेष लाभ होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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