Makar Sankranti 2020: बाबा गोरखनाथ को मकर संक्रांति पर पहली खिचड़ी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को चढ़ाई. उसके बाद उन्होंने नेपाल नरेश की भी खिचड़ी चढ़ाई. योगी के खिचड़ी चढ़ाने के बाद मंदिर का दरवाजा आम भक्तों के लिए खोल दिया गया. इसी के साथ खिचड़ी मेला भी प्रारंभ हुआ. युगों से चली आ रही इस परंपरा का निर्वहन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंच गए हैं. लाखों की संख्या में श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने के लिए कतार में खड़े होकर अपने नंबर का इंतजार कर रहे हैं.
योगी ने पूजा अर्चना व खिचड़ी चढ़ाने के बाद लोगों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं भी दीं. उनके खिचड़ी चढ़ाने के बाद नेपाल राजवंश की ओर से आई खिचड़ी को चढ़ाया गया फिर आमजन के खिचड़ी चढ़ाए जाने का सिलसिला प्रारंभ हुआ. अब पूरे सवा महीने तक लोग आस्था की खिचड़ी बाबा गोरखनाथ को अर्पित कर सकेंगे. बुधवार को मंदिर में पूरे दिन खिचड़ी प्रसाद बंटेगी, भंडारा होगा.
बुधवार की भोर में शुभ मुहूर्त में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने विधिवत पूजन अर्चन कर बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाई. इसके बाद नेपाल नरेश की ओर से खिचड़ी चढ़ाई गई. परंपरानुसार नेपाल राजपरिवार से गोरखनाथ मंदिर में हर साल चढ़ाने के लिए खिचड़ी आती है. मंदिर के बाहर पहले से भारी संख्या में उमड़े भक्तों ने दरवाजा खुलते ही मंदिर में खिचड़ी चढ़ाना शुरू कर दिया. एक तरफ भक्त खिचड़ी चढ़ा रहे थे तो दूसरी तरफ कतार लगे लोग गुरु गोरखनाथ का जयकारा लगा रहे थे. भीषण सर्दी का भी भक्तों पर कोई विशेष असर नहीं था. हाथ में चावल दाल की पोटली लिए भक्त हर हर महादेव, जय गुरु गोरखनाथ का लगातार जयकारा लगा रहे हैं.
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गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए सोमवार से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था. दूरदराज से आए श्रद्धालु मंगलवार की रात से ही मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए लाइन लगाना शुरू कर दिए थे. कंपकपाती ठंड में भी श्रद्धालुओं के हौसले बुलंद थे. वह सर्द रात में भी घंटों से लाइन लगाए हुए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे.
मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने वालों की आ रही भीड़ को देखते हुए पूरे शहर में यातायात परिवर्तन किए गए हैं. शहर और मंदिर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी तैनात की गई है. पुलिस व प्रशासनिक आला अफसर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं. मंदिर के मुख्य द्वारा से गर्भ गृह तक श्रद्धालुओं के जाने के लिए बेरिकेडिंग कर पांच रास्ते बनाए गए हैं. पुरुष और महिलाओं के लिए दो-दो रास्ते हैं। मंदिर के कर्मचारी, संस्कृत विद्यालय के छात्रों के अलावा हिंदू युवा वाहिनी, विश्व हिंदू महासंघ के कार्यकर्ता मंदिर परिसर में जगह-जगह तैनात हैं.
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पुलिस, यातायात पुलिस व पीएसी के अलावा एटीएस की तर्ज पर 20 पुलिस वालों का स्पेशल दस्ता मंदिर परिसर में तैनात है. मंदिर परिसर में 55 जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. करीब चार सौ कांस्टेबल सुरक्षा में लगे हैं. इसके अलावा पीएसी भी है. मंदिर में एक अस्थायी थाना और आठ पुलिस चौकियां बनाई गई हैं. पार्किं ग के लिए 10 स्थान निर्धारित किए गए हैं.
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