विज्ञापन

Chhath Puja 2025 Kab Hai: छठ पूजा कब से शुरू होगी? कब दिया जाएगा उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य? देखें पूरा कैलेंडर

Chhath Puja 2025 Date: सूर्य भगवान की उपासना से जुड़ा छठ महापर्व इस साल कब मनाया जाएगा? कब होगी छठ पूजा की शुरुआत? क्या इस साल दिवाली की तरह छठ पूजा को लेकर भी तारीखों में उलटफेर होगा? छठ पूजा के प्रत्येक दिन की सही तारीख और धार्मिक महत्व जानने के लिए पढ़ें ये लेख. 

Chhath Puja 2025 Kab Hai: छठ पूजा कब से शुरू होगी? कब दिया जाएगा उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य? देखें पूरा कैलेंडर
Chhath Puja 2025: छठ पूजा में कब दिया जाएगा उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य?
NDTV

Chhath Puja 2025 Calender:  कार्तिक मास की अमावस्या यानि दीपावली के पंचमहापर्व के बाद भगवान भास्कर यानि सूर्य देवता की उपासना से जुड़ा छठ महापर्व आता है, जिसका इंतजार लोग पूरे साल करते हैं. यह महापर्व न सिर्फ भगवान सूर्य देवता बल्कि षष्ठी देवी या फिर कहें छठी मैया की साधना-आराधना के लिए समर्पित है. लोक आस्था से जुड़ा यह पर्व इस साल कब मनाया जाएगा? क्या आपको दिवाली की तरह इसकी तारीख को लेकर भी संशय बना हुआ है तो आइए हम आपको छठ पूजा से जुड़ी सभी तारीखों के बारे में सिलसिलेवार बताते हैं. 

सूर्य की उपासना से जुड़ी छठ पूजा 2025 का पूरा कैलेंडर

25 अक्टूबर 2025, शनिवार : नहाय-खाय  
26 अक्टूबर 2025, रविवार : लोहंडा, खरना 
27 अक्टूबर 2025, सोमवार : भगवान भास्कर को दिया जाएगा संध्याकालीन अर्घ्य 
28 अक्टूबर 2025, मंगलवार : भगवान भास्कर को दिया जाएगा प्रातःकालीन अर्घ्य 

दिवाली के बाद अब भगवान सूर्य देवता की पूजा से जुड़े छठ महापर्व की तैयारियां शुरू हो गई हैं. पंचांग के अनुसार इस साल सूर्योपासना का महापर्व 25 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ होकर 28 अक्टूबर 2025 को पूर्ण होगा. हिंदू मान्यता के अनुसार जिस छठ व्रत को करने से व्यक्ति को सुख-सौभाग्य का वरदान प्राप्त होता है और पूरे साल छठी मैया की कृपा बरसती रहती है, उसका शुभारंभ 25 अक्टूबर को नहाय खाय से होगी और इस दिन व्रत करने वाली महिलाएं और पुरुष विशेष रूप से लौकी भात का सेवन करेंगे. 

छठ पूजा के जिस व्रत को करने से जीवन से जुड़े सभी संकट और कष्ट छठी मैया की कृपा से दूर होते हैं, उस व्रत का दूसरा दिन खरना कहलाता है. 26 अक्टूबर को इस दिन लोग संझवत की परंपरा को निभाते हुए जल स्थान पर जाकर स्नान-ध्यान करने के बाद दीपक जलाते हैं. इसके बाद छठ पूजा के दिन संध्याकालीन अर्घ्य दिया जाएगा. इसके बाद 27 अक्टूबर यानि छठ पूजा के तीसरे दिन भगवान सूर्य को संध्याकालीन अर्घ्य दिया जाएगा और 28 अक्टूबर को छठ पूजा के आखिरी दिन उगते हुए सूर्य देवता को प्रातःकालीन अर्घ्य देकर साधक अपने व्रत को पूर्ण करेंगे. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com