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This Article is From May 03, 2023

Budh Pradosh Vrat: आज है बुद्ध प्रदोष व्रत, जानिए मान्यतानुसार किस तरह कर सकते हैं भगवान शिव को प्रसन्न

Budh Pradosh Vrat 2023: आज भगवान शिव के लिए प्रदोष व्रत रखा जा रहा है. बुधवार के दिन पड़ने के चलते इसे बुध प्रदोष व्रत कहते हैं. 

Budh Pradosh Vrat: आज है बुद्ध प्रदोष व्रत, जानिए मान्यतानुसार किस तरह कर सकते हैं भगवान शिव को प्रसन्न
Pradosh Vrat Puja: प्रदोष व्रत के दिन रखा जाता है भगवान शिव के लिए व्रत. 

Budh Pradosh Vrat 2023: प्रदोष व्रत की हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक मान्यता होती है. इस दिन भक्त भगवान शिव का पूजन करते हैं और उनसे अपनी मनोकामनाएं कहते हैं. माना जाता है कि जो भक्त भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रसन्न करते हैं उनपर भोलेनाथ की विशेष कृपादृष्टि पड़ती है और वे भक्तों के जीवन से कष्टों को दूर करते हैं. आज 3 मई, बुधवार के दिन पड़ने के चलते इस प्रदोष व्रत को बुध प्रदोष व्रत कहा जाता है. प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय होती है. ऐसे में पूजा करते हुए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाए तो भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और सभी इच्छाएं सुनते हैं. 

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प्रदोष व्रत में भोलेनाथ को कैसे करें प्रसन्न | How To Impress Lord Shiva On Pradosh Vrat

प्रदोष व्रत के दिन सुबह उठकर स्नान पश्चात भोलेनाथ का ध्यान किया जाता है और भक्त व्रत का प्रण लेते हैं. इसके बाद घर के मंदिर की सफाई की जाती है और बहुत से भक्त शिव मंदिर दर्शन के लिए भी जाते हैं. इस दिन विशेषकर पूजा (Pradosh Vrat Puja) रात के समय ही की जाती है. माना जाता है कि भगवान शिव के साथ-साथ प्रदोष व्रत पर माता पार्वती, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदी महाराज की पूजा करने पर भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. 

भगवान शिव का पूजन करते हुए 'ओम नम: शिवाय' मंत्र का उच्चारण करना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन भक्त शिव चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं. प्रदोष व्रत के दिन शिव गायत्री मंत्र 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि! तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ।।' का जाप करना अत्यधिक शुभ होता है. 

प्रदोष काल (Pradosh Kaal) में भगवान शिव का पूजन करते हुए और खासतौर से भगवान शिव का जलाभिषेक करते हुए  'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।' का उच्चारण अत्यधिक शुभ मानते हैं. कहते हैं इस मंत्र के उच्चारण से ही भोलेनाथ प्रसन्न हो उठते हैं. 

इस दिन पूजा के भोग में दही और शहद सम्मिलित करना शुभ होता है. खासतौर से दांपत्य जीवन की कठिनाइयों से निपटने के लिए और जीवन में मिठास भरने के लिए प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा में दही और शहद का भोग लगाते हैं. 

प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना भी शुभ माना जाता है. कहते हैं यदि बच्चे के हाथों ऐसा करवाया जाए तो उसकी बुद्धि में वृद्धि होती है और बल आता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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