
Sawan month 2025 : श्रावण मास भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है. इस दौरान शिव जी की सच्चे मन से पूजा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जो कुंआरी लड़कियां व्रत करती हैं उन्हें मनचाहा वर प्राप्त होता है, वहीं विवाहित स्त्रियां यह व्रत करती हैं तो उनका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है. सावन महीने को लेकर एक और बात बहुत प्रचलित है कि सावन के महीने में शिव भगवान अपने ससुराल कनखल में ही निवास करते है. इसलिए भगवान शिव की ससुराल कनखल के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगती हैं. यह मंदिर कहां स्थित है और इसकी क्या मान्यता है आइए जानते हैं आगे आर्टिकल में.
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कहां है ये मंदिर
यह मंदिर हरिद्वार में स्थित है. मान्यता है कि सावन के पूरे एक महीने शिव जी कैलाश पर्वत से आकर अपनी ससुराल कनखल में ही निवास करते हैं. इसलिए कनखल के दक्षेश्वर मंदिर में शिव के जलाभिषेक का खास महत्व है. मान्यता है इससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सावन के महीने में इस मंदिर में जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों की भी भारी भीड़ लगती है.
इस साल कब से शुरू हो रही है कांवड़ यात्रा
इस साल श्रावण मास 11 जुलाई से शुरु हो रहा है. यानी कांवड़ यात्रा इस दिन से ही निकलेगी. इस यात्रा में श्रद्धालु हरिद्वार और गंगोत्री जैसे तीर्थ स्थान से पवित्र नदियों का जल कांवड़ में भरते हैं और शिवालयों में जाकर उस जल से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं. यह सदियों से चली आ रही परंपरा है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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