Basant Panchami Snan 2021: देशभर में बड़ी धूम धाम से आज बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. देश के हर कौने में इस खास पर्व पर लोग आस्था और भक्ति में डूबे नज़र आ रहे हैं. भारत भर में बसंत पंचमी के अवसर पर आज करोड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पवित्र स्नान किया. हरिद्वार से वाराणसी तक श्रद्धालु डुबकी लगाते नजर आए.
बसंत पंचमी के पवित्र पर्व पर वाराणसी और प्रयागराज में गंगा घाटों पर लोग आस्था की डुबकी लगाते हुए नजर आए. भारी संख्या में लोग यहां स्नान के लिए पहुंचे.
Varanasi: People take holy dip in river Ganga on #BasantPanchami today. pic.twitter.com/mD5gAsAtNb
— ANI UP (@ANINewsUP) February 16, 2021
वहीं, उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेले की तैयारियों के बीच मंगलवार को भक्तों की भीड़ नजर आई. हरिद्वार में मंगलवार को भक्तों ने हर की पौड़ी घाट पर बसंत पंचमी के पवित्र मौके पर स्नान किया.
Uttarakhand: People took holy dip at Har Ki Pauri Ghat in Haridwar this morning, on #BasantPanchami. pic.twitter.com/qI8511kWRS
— ANI (@ANI) February 16, 2021
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी इस बसंत पंचमी के खास मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में संगम तट पर स्नान किया.
उत्तर प्रदेश: बसंत पंचमी के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में संगम तट पर स्नान किया। pic.twitter.com/q26Z5HW49j
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2021
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी के दिन बसंत ऋतु का आगमन होता है. ऋतुराज बसंत का बड़ा महत्व है. कड़कड़ाती ठंड के बाद प्रकृति की छटा देखते ही बनती है. पलाश के लाल फूल, आम के पेड़ों पर आए बौर, हरियाली और गुलाबी ठंड मौसम को सुहाना बना देती है. यह ऋतु सेहत की दृष्टि से भी बहुत अच्छी मानी जाती है. मनुष्यों के साथ पशु-पक्षियों में नई चेतना का संचार होता है. बसंत को प्रेम के देवता कामदेव का मित्र माना जाता है.
इस ऋतु को काम बाण के लिए अनुकूल माना जाता है. वहीं, हिंदू मान्यताओ के अनुसार इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था. इसलिए हिंदुओं की इस त्योहार में गहरी आस्था है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है. पवित्र नदियों के तट और तीर्थ स्थानों पर बसंत मेला भी लगता है.
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