
Delhi Earthquake: आज सुबह दिल्ली में धरती ऐसी कांपी कि सब दहशत में आ गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Centre For Seismology) के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई, भूकंप का केंद्र दिल्ली के पास ही धरती से 5 किलोमीटर की गहराई में था. इसलिए भूकंप के झटके काफी तेज महसूस हुए. कुछ देर तक महसूस होने वाले भूकंप के झटके इतने तेज थे कि इमारतों के अंदर जोरदार कंपन महसूस हुआ. भूकंप सुबह 5 बजकर 36 मिनट पर आया.

भूकंप से दहशत में लोग
सुबह-सुबह लोगों ने जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किए वैसे ही लोग डर से सहम गए. भूकंप आते ही लोग घरों से बाहर निकल आए. लोगों ने बताया कि भूकंप के झटके इतना तेज था कि उन्होंने इससे पहले कभी इतना जोर का झटका महसूस नहीं किया. दिल्ली की सोसायटी में रहने वाले लोगों को लगा कि जैसे कोई बिल्डिंग पास में धराशायी हो गई है. जिसने भी भूकंप के ये झटके महसूस किए वो अंदर तक सिहर गया.
सितंबर में भूकंप झटके
इससे पहले दिल्ली में 11 सितंबर 2024 के दिन भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब ये झटके जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पंजाब में भी महसूस किए गए हैं. इस दौरान भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान- पाकिस्तान में रहा था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.8 आंकी गई थी. जबकि इसका एपिसेंटर जमीन से 33 किलोमीटर नीचे था. भूकंप टेक्टोनिक मूवमेंट की वजह से आते हैं. धरती के अंदर टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. जो हर समय मूव करते रहते हैं. ये प्लेट्स ही जब आपस में टकराते हैं तो भूकंप के झटकों को जमीन के ऊपर महसूस किया जा रहा है.
अगस्त में भी कांपी थी धरती
सितंबर 2024 से पहले अगस्त अफगानिस्तान में भूकंप के तेज झटके (Afghanistan Earth Quake) महसूस किए गए थे. जिसका असर दिल्ली-एनसीआर तक देखने को मिला था. तब अफगानिस्तान में इतना तेज भूकंप आया था कि दिल्ली-एनसीआर में भी धरती कांप उठी थी. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 मापी गई. यह भूकंप 255 किमी. धरती की गहराई में दर्ज किया गया था. अफगानिस्तान के समय के हिसाब से भूकंप 11 बजकर 26 मिनट पर आया, जिसका असर दिल्ली तक देखा गया. ये भूकंप का काबुल से कुछ ही दूरी पर आया था.
जनवरी 2024 में दिल्ली में हिली धरती
जनवरी 2024 में 23 जनवरी के दिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर (NCR) के इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. तब इस भूकंप का केंद्र चीन का दक्षिणी झिंजियांग रहा था. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.2 मापी गई. 11 बजकर 39 मिनट 11 सेकेंड पर ये भूकंप आया. जमीन के 80 किलोमीटर अंदर इसका केंद्र बताया जा रहा है.
दिल्ली एनसीआर में 11 जनवरी 2024 के दिन भी भूकंप (Delhi NCR Earthquake) के झटके महसूस किए गए थे. इस दिन भी दिल्ली-एनसीआर में काफी देर तक भूकंप के झटके महसूस महसूस किए गए. तब भी डर की वजह से लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए थे. इस दौरान भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में रहा. अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता वाले भूकंप के बाद दिल्ली की धरती कांप उठी.
क्यों आता है भूकंप?
- जमीन के भीतर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है.
- बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. दबाव बनने पर प्लेट्स टूटने लगती हैं.
- नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
भूकंप से खुद के कैसे करें सुरक्षित?
विशेषज्ञ ऐसे कई उपाय बताते हैं, जिससे भूकंप के बाद होने वाले खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नुकसान को कम करने और जान बचाने के लिए कुछ तरकीबें हैं, जिनसे मदद मिल सकती है.
- भूकंप के समय अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों, बिजली के खंभों वगैहर से दूर रहें. जब तक झटके खत्म न हों, बाहर ही रहें.
- चलती गाड़ी में होने पर जल्द गाड़ी रोक लें और गाड़ी में ही बैठे रहें. ऐसे पुल और सड़क पर जाने से बचें, जिन्हें भूकंप से नुकसान पहुंचा हो या पहुंच सकता हो.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं