कोरोना महामारी के बीच दिल्ली में एक निजी एयरलाइन्स स्पाइसजेट के पायलट के साथ हुई लूट की वारदात को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि इस मामले के बाकी आरोपियों की तलाश में जगह जगह दबिश दी जा रही है. दरअसल 2 और 3 जून की दरमियानी रात आईआईटी दिल्ली के पास कुछ बदमाशों ने इस पायलट को तब अपना शिकार बनाया जब ये अपने आफिस की कैब से एयरपोर्ट की तरफ जा रहे थे.
पुलिस के मुताबिक दो स्कूटी और एक बाइक सवार 5 से 6 बदमाशों ने पायलट की गाड़ी को रोक हथियार के दमपर उनके साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान पॉयलट एक आरोपी के चाकू लगने से घायल भी हो गए थे.
वारदात के शिकार निजी एयरलाइन्स के पायलट युवराज तेवतिया ने अपने साथ हुई लूट की इस वारदात की घटना को सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया था. जिसके बाद पुलिस सवालों के घेरे में थी.
पुलिस के मुताबिक मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की कई टीमें इस वारदात को सुलझाने में लगाई गई. आखिरकार साउथ वेस्ट जिले की एएटीएस की टीम ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और पीसीआर काल के आधार पर एक आरोपी राहुल को पकड़ा. जिससे पूछताछ कर उसके बाकी दो साथी पी सिल्वा और आशु को भी गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि इन तीनों ने ही अपने कुछ और साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था.
पुलिस के मुताबिक ये सभी मूल रूप से साउथ के रहने वाले है और दिल्ली में काफी समय से लूट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पहले ये ठक ठक गैंग चलाया करते थे लेकिन अब अपने गैंग को एक बड़ा नाम देने के लिए इन बदमाशों ने गैंग में अपने इलाके के ही कुछ और बदमाशों को शामिल किया और फिर हथियार के दम पर डकैटी और लूट की वारदातों को अंजाम देने लगे. बताया जा रहा है कि सिल्वा कुछ दिन पहले ही पेरोल पर बाहर आया था जिसका टाइम भी खत्म होने वाला था. लिहाज़ा सिल्वा जल्द से जल्द तमाम वारदातों को अंजाम देकर पैसे बनाना चाहता था.
पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने महज़ कुछ दिनों में ही करीब एक दर्जन वारदातों को अंजाम दे दिया. फिलहाल पुलिस ने इनके पास से लूट में इस्तेमाल स्कूटी बरामद कर ली है और इनसे पूछताछ कर इनके बाकी साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
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