प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबीं कतारों को व्यवस्थित करने में दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र में 250 से ज्यादा आम नागरिक पुलिसकर्मियों की सहायता कर रहे हैं. वे दिल्ली पुलिस की ‘पुलिस मित्र’ पहल के तहत इस काम में जुटे हैं, इस पहल की आधिकारिक शुरुआत आज से होगी.
दक्षिणपश्चिमी रेंज में पश्चिम और दक्षिणपश्चिमी जिले आते हैं. यहां 49 महिलाओं समेत 294 लोगों को बैंकों और एटीएम के बाहर तैनात किया गया है. नोटबंदी के बाद से यहां भारी भीड़ उमड़ रही है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण पश्चिम) देपेंद्र पाठक ने कहा, ‘‘पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी जिलों में क्रमश: 166 और 128 ‘पुलिस मित्र’ हैं. इस योजना की आधिकारिक शुरुआत आज से होगी लेकिन वे लोग पुलिसकर्मियों को बीते कई दिन से मदद दे रहे हैं. वे लोगों को कतारबद्ध करने में सहायता देते हैं.’’ इस तरह की पहल शुरू करने वाला दक्षिणपश्चिम रेंज पहला इलाका है और आने वाले कुछ हफ्तों में अन्य जिले भी इसे अपनाएंगे. इस पहल को लागू करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा ने पिछले महीने स्थायी आदेश जारी किए थे.
इस पहल के अंतर्गत हर पुलिस थाने में नागरिक समाज के स्वयंसेवी होंगे जिनकी संख्या इलाके पर निर्भर करेगी. ये लोग अपराध रोकथाम और जनता-पुलिस के बीच बेहतर तालमेल बनाने में मदद करेंगे.
‘‘अच्छे सामाजिक रिकॉर्ड’’ वाले लोगों का पंजीयन किया जाएगा. उन पर नशे की लत से निबटने और सामाजिक सौहार्द कायम रखने में पुलिस की सहायता करने की जिम्मेदारी होगी.
यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विचार की उपज है जो उन्होंने बीते साल पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्मेलन में व्यक्त किया था. उन्होंने कहा था कि पुलिस बलों को उनके और समाज के बीच की खाई को पाटने की दिशा में काम करना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दक्षिणपश्चिमी रेंज में पश्चिम और दक्षिणपश्चिमी जिले आते हैं. यहां 49 महिलाओं समेत 294 लोगों को बैंकों और एटीएम के बाहर तैनात किया गया है. नोटबंदी के बाद से यहां भारी भीड़ उमड़ रही है.
संयुक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण पश्चिम) देपेंद्र पाठक ने कहा, ‘‘पश्चिमी और दक्षिण पश्चिमी जिलों में क्रमश: 166 और 128 ‘पुलिस मित्र’ हैं. इस योजना की आधिकारिक शुरुआत आज से होगी लेकिन वे लोग पुलिसकर्मियों को बीते कई दिन से मदद दे रहे हैं. वे लोगों को कतारबद्ध करने में सहायता देते हैं.’’ इस तरह की पहल शुरू करने वाला दक्षिणपश्चिम रेंज पहला इलाका है और आने वाले कुछ हफ्तों में अन्य जिले भी इसे अपनाएंगे. इस पहल को लागू करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा ने पिछले महीने स्थायी आदेश जारी किए थे.
इस पहल के अंतर्गत हर पुलिस थाने में नागरिक समाज के स्वयंसेवी होंगे जिनकी संख्या इलाके पर निर्भर करेगी. ये लोग अपराध रोकथाम और जनता-पुलिस के बीच बेहतर तालमेल बनाने में मदद करेंगे.
‘‘अच्छे सामाजिक रिकॉर्ड’’ वाले लोगों का पंजीयन किया जाएगा. उन पर नशे की लत से निबटने और सामाजिक सौहार्द कायम रखने में पुलिस की सहायता करने की जिम्मेदारी होगी.
यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस विचार की उपज है जो उन्होंने बीते साल पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक सम्मेलन में व्यक्त किया था. उन्होंने कहा था कि पुलिस बलों को उनके और समाज के बीच की खाई को पाटने की दिशा में काम करना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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