
दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के मौसम में लोगों को हर साल प्रदूषण की समस्या से जूझना पड़ता है. हालांकि इस बार गर्मियों के दिनों में भी प्रदूषण लोगों को परेशान कर रहा है. प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर की हवा दूषित हो रही है और आम लोग परेशान हैं. इसी के मद्देनजर अब दिल्ली में GRAP का स्टेज 1 लागू कर दिया गया है. दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बिगड़ने के बाद यह कदम उठाया गया है. दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 201-300 के बीच है. यही कारण है कि एहतियातन उठाए जाने वाले उपायों को लागू कर दिया गया है.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के खराब श्रेणी में पहुंचने के कारण यह कदम उठाया है. GRAP-1 की पाबंदियां दिल्ली के साथ ही एनसीआर पर भी लागू होती हैं.
GRAP-1 में होती हैं इस तरह की पाबंदियां
GRAP-1 यानी Graded Response Action Plan के तहत सड़क किनारे भोजनालयों और रेस्तराओं में कोयले के इस्तेमाल पर रोक होती है. साथ ही इस दौरान खुले में कचरा जलाने पर भी प्रतिबंध लगाया जाता है. साथ ही उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए भी सख्त नियम होते हैं.
वायु के साथ जल प्रदूषण से भी लोग परेशान
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में शुक्रवार को बारिश-आंधी देखने को मिली. इसके बावजूद GRAP की पाबंदियों के पहले चरण का लागू किए गए हैं. हालांकि दिल्ली सिर्फ वायु प्रदूषण से ही परेशान नहीं है, बल्कि जल प्रदूषण से भी स्थानीय लोग काफी परेशान है. दिल्ली में यमुना नदी में बड़ी तादाद में मरी हुई मछलियों मिली हैं. माना जा रहा है कि प्रदूषण के कारण मछलियों की मौत हो गई है. वहीं इसके कारण कई मछुआरों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है.
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