नजीब अहमद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद का पता लगाने की अपनी कवायद के तहत दिल्ली पुलिस अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) या राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के मनोवैज्ञानिकों की राय लेने की तैयारी में है.
नजीब (27) बीते 15 अक्टूबर से लापता है. लापता होने से कुछ ही घंटे पहले यानी 14 अक्तूबर की देर रात जेएनयू परिसर में नजीब की कथित झड़प अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ सदस्यों के साथ हुई थी.
पुलिस को दिए गए एक बयान में 'विमहेंस' के एक डॉक्टर, जिन्होंने नजीब का इलाज किया था, ने कहा है कि वह 'अवसाद के साथ ओसीडी' से ग्रस्त था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ''हम मामले में कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं लेकिन अभी हमारी जांच में मनोवैज्ञानिक पहलू सबसे अहम है.'' विशेषज्ञों ने कहा कि ओसीडी और अवसाद की चपेट में आए लोग यदि यह महसूस करते हैं कि उनसे जुड़े किसी मुद्दे पर कुछ ज्यादा ही हो-हंगामा हो रहा है तो वे अपने आप को अलग-थलग कर लेते हैं और यहां तक कि अपने परिजन को भी छोड़ देते हैं .
अधिकारी ने कहा कि इसी पहलू को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस नजीब की मां और अन्य परिजन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से कहेगी कि वे शांत रहें और उसके गायब होने पर ज्यादा हंगामा न करें, वरना इससे डरकर वह पास नहीं आएगा.
नजीब के परिजन से बातचीत करने के बाद पुलिस एम्स या आरएमएल अस्पताल के किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ को जांच में शामिल करेगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नजीब (27) बीते 15 अक्टूबर से लापता है. लापता होने से कुछ ही घंटे पहले यानी 14 अक्तूबर की देर रात जेएनयू परिसर में नजीब की कथित झड़प अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ सदस्यों के साथ हुई थी.
पुलिस को दिए गए एक बयान में 'विमहेंस' के एक डॉक्टर, जिन्होंने नजीब का इलाज किया था, ने कहा है कि वह 'अवसाद के साथ ओसीडी' से ग्रस्त था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ''हम मामले में कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं लेकिन अभी हमारी जांच में मनोवैज्ञानिक पहलू सबसे अहम है.'' विशेषज्ञों ने कहा कि ओसीडी और अवसाद की चपेट में आए लोग यदि यह महसूस करते हैं कि उनसे जुड़े किसी मुद्दे पर कुछ ज्यादा ही हो-हंगामा हो रहा है तो वे अपने आप को अलग-थलग कर लेते हैं और यहां तक कि अपने परिजन को भी छोड़ देते हैं .
अधिकारी ने कहा कि इसी पहलू को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस नजीब की मां और अन्य परिजन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन से कहेगी कि वे शांत रहें और उसके गायब होने पर ज्यादा हंगामा न करें, वरना इससे डरकर वह पास नहीं आएगा.
नजीब के परिजन से बातचीत करने के बाद पुलिस एम्स या आरएमएल अस्पताल के किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ को जांच में शामिल करेगी.
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